Social Reformer Sant Rampal Ji Promotes High Moral Values: सतगुरु रामपाल जी महाराज द्वारा दिया गया सतज्ञान अद्वितीय है। सतगुरु के नेतृत्व में सतज्ञान के आधार पर, भारतवर्ष पूरे विश्व में छा जाएगा। पूरा विश्व उनके सतज्ञान से भक्ति मार्ग चलेगा। पूरी धरती पर एक ही कानून होगा, कोई दुःखी नहीं रहेगा, विश्व में पूर्ण शांति होगी। विरोध करने वाले भी पश्चाताप कर तत्वज्ञान को स्वीकार करेंगे और समाज मानव धर्म का पालन करेगा। सतभक्ति मर्यादा पालन करने का एक अनुपम उदाहरण सतगुरु रामपाल जी महाराज के शिष्य ने राजस्थान के दोसा में प्रस्तुत किया है। आईए जानते हैं पूरा घटनाक्रम-
संत रामपाल जी की शिक्षा की मिसाल: मुख्य बिन्दु
- संत रामपाल जी महाराज बोध दिवस पर सत्संग सुनकर वापस आते हुए भक्त ने लौटाया नया मोबाईल फोन
- सतभक्ति मर्यादा पालन का एक अनुपम उदाहरण एक भक्त ने राजस्थान के दोसा में प्रस्तुत किया है
- सतगुरु रामपाल जी के नेतृत्व में सतज्ञान के आधार पर भारतवर्ष पूरे विश्व में छा जाएगा
- विरोधी पश्चाताप कर तत्वज्ञान को स्वीकार कर मानव धर्म का पालन करेंगे
- सतगुरु रामपाल जी से अविलंब नाम दीक्षा लेकर परिवार सहित अपना कल्याण करवाएं
संत रामपाल जी की शिक्षा की मिसाल: आईए जानते हैं नया मोबाईल लौटाने का पूरा घटनाक्रम
Social Reformer Sant Rampal Ji Promotes High Moral Values: यह घटना राजस्थान के दोसा जिले की है। वहाँ संत रामपाल जी महाराज का एक भक्त उनके भिवानी स्थित सतलोक आश्रम से संत रामपाल जी महाराज बोध दिवस पर आयोजित सत्संग सुनकर वापस आ रहा था। दोसा से अपने घर की ओर जाने पर भक्त बाबूलाल दास को एक नया मोबाईल फोन सड़क पर दिखाई दिया। उस भक्त ने वहाँ रुक कर उस फोन को उठाया और प्रयास करके उस मोबाईल के मालिक का कान्टैक्ट नंबर पता लगाया। समय अधिक हो रहा था।
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रात हो गई थी। लेकिन भक्त बाबूलाल दास मोबाईल के मालिक के भाई शंभू दयाल जो रेगर तुंगा बस्सी से है उसे रात में ही मोबाईल देने घर पहुंचा। संत रामपाल जी के भक्त ने मोबाईल वापस लौटाकर अपनी नैतिक जिम्मेदारी, इंसानियत और ईमानदारी का परिचय देकर अपने सतगुरु द्वारा दी गई शिक्षा का अक्षरतः पालन किया। कलयुग में इतने बड़े नैतिक मूल्यों को केवल सतगुरु रामपाल जी महाराज के शिष्य ही पूरा कर सकते हैं। भक्त ने शंभू दयाल को पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब के ज्ञान की पुस्तक “गीता तेरा ज्ञान अमृत” भी दी।
संत रामपाल जी की शिक्षा की मिसाल: आईए जानते है महान संत रामपाल जी महाराज के विषय में?
Social Reformer Sant Rampal Ji Promotes High Moral Values: पाठकों कों यह जिज्ञासा अवश्य हुई होगी कौन हैं ऐसे महान संत रामपाल जी महाराज। हमने संत रामपाल जी महाराज के विषय में और उनके ज्ञान के बारे में अधिक जानकारी जुटाई। जैसा कि श्रीमदभगवदगीता 4:7-8 में बताया गया है कि जब जब धरती पर अधर्म बढ़ता है तब तब परमात्मा धरती पर स्वयं प्रकट होकर या अपनी श्रेष्ठ आत्मा को पृथ्वी पर अवतारित करते हैं। संपूर्ण ब्रह्मांड के निर्माता सर्वशक्तिमान परमेश्वर कविर्देव (कबीर साहेब) समय समय पर अमर लोक से क्षर लोक में अवतरित होते हैं। वर्तमान में महान संत रामपाल जी महाराज सतगुरु के रूप में दिव्य लीला कर रहे हैं।
संत रामपाल जी की शिक्षा की मिसाल: क्या है अनुपम ज्ञान सतगुरु रामपाल जी महाराज का?
Social Reformer Sant Rampal Ji Promotes High Moral Values: सतगुरु रामपाल जी महाराज ने बताया है कि मन ने जीव को नचा रखा है। मानव शरीर में पाँच तत्त्व, पच्चीस प्रकृति तथा तीन गुण काल के प्रतिनिधि हैं। जीव को धोखे में रखकर परनिंदा, परनारी भोग-विलास, चोरी, रिश्वत, छल-कपट या अनाचार भाव से परधन हड़पना, गुरूद्रोह, मर्यादा तोड़ना, वर्जित वस्तु उपभोग और वर्जित साधना प्रयोग जैसे घोर अपराध – पाप करवाकर यह मन जीव को दण्ड भोगने का भागीदार बनाता है। इसलिए पहले ही मन को ज्ञान की लगाम से रोकना हितकारी है। परम संत रामपाल जी मानव को सर्व ग्रन्थों से प्रमाणित सत्य आध्यात्मिक ज्ञान के आधार पर जीने की राह बताते हैं। अध्यात्म ज्ञान होने के पश्चात्, पूर्ण गुरू रामपाल जी से नाम दीक्षा लेकर उनके बताए अनुसार साधना करके दान-धर्म मर्यादा पालन करते हुए उनके भक्त भक्ति धन को संग्रह करना प्रारंभ कर देता है।
जानिए, क्या है बोध दिवस?
Social Reformer Sant Rampal Ji Promotes High Moral Values: ऐसा शुभ दिन जब मुमुक्षु सतगुरु से नामदीक्षा लेता है उस व्यक्ति का वास्तविक जन्म दिवस होता है। मनुष्य योनि में जन्म मिलने पर नाम दीक्षा लेकर भक्त को अपने जीवन के वास्तविक कर्तव्य का बोध होता है। ऐसे दिन को बोध दिवस कहते हैं। परमपिता परमात्मा कबीर साहेब के धरती पर अवतार तत्वदर्शी संत सतगुरु रामपाल जी महाराज ने भी अपना गुरू बनाया। परम संत रामपाल दास जी महाराज को 37 वर्ष की आयु में 17 फरवरी 1988 फाल्गुन महीने की अमावस्या की रात्रि को स्वामी रामदेवानंद जी से नाम दीक्षा प्राप्त हुई। सतगुरु रामपाल दास जी महाराज ने नाम उपदेश प्राप्त कर अपने सतगुरु द्वारा बताए भक्ति मार्ग पर दृढ़ होकर साधना की तथा परमात्मा का साक्षात्कार किया। प्रत्येक वर्ष “17 फरवरी” संत रामपाल जी महाराज के बोध दिवस के रूप में मनाया जाता है।
तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज से लें सतज्ञान
Social Reformer Sant Rampal Ji Promotes High Moral Values: सभी से करबद्ध प्रार्थना है कि तत्वदर्शी संत सतगुरु रामपाल जी महाराज के अद्भुत ज्ञान को पहचानें और नाम दीक्षा लेकर अपने परिवार सहित अपना कल्याण करवाएं। कलयुग में स्वर्ण युग प्रारम्भ हो चुका है। विश्व के सभी महाद्वीपों में करोड़ों पुण्य आत्मांए तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में सतभक्ति प्राप्त कर सर्व विकार त्यागकर निर्मल जीवन जी रहे हैं। आप भी शीघ्र अतिशीघ्र आयें। संत रामपाल जी महाराज एप्प डाउनलोड कर पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब के ज्ञान की पवित्र पुस्तक “गीता तेरा ज्ञान अमृत” का पठन करें।