Russian Vaccine Sputnik V: स्पूतनिक -V वैक्सीन भारत में उपलब्ध: स्पूतनिक-V के दाम का हो गया है ऐलान। स्पूतनिक-V भारत में लगाई गई पहली बार, कीमत का हुआ ऐलान, जुलाई से रेड्डी लैब द्वारा भारत में ही बनाई जाएगी। मानव जीवन में हर पल कुछ न कुछ दुःखो का पहाड़ टूटता ही रहता है जिसे केवल सत साधना ही समाप्त कर सकती हैं। वर्तमान में तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ही एकमात्र सतगुरु है जो हमें मोक्षदायिनी भक्ति विधि द्वारा रोगों से निदान और पूर्ण लाभ प्रदान कर सकते हैं ।
Russian Vaccine Sputnik V: मुख्य बिंदु
- हाल ही में रूस देश से आई स्पूतनिक-V वैक्सीन की कीमत का भारत में हुआ ऐलान
- स्पूतनिक-V वैक्सीन की एक खुराक की कीमत 995.40 रुपये होगी
- डॉ. रेड्डी के अनुसार जब स्पूतनिक-V वैक्सीन का निर्माण भारत में होगा, तब इसके दाम कम हो जाएंगे
- वर्तमान में स्पूतनिक -V वैक्सीन के केवल 1.50 लाख डोज ही उपलब्ध है
- जुलाई से स्पूतनिक -V वैक्सीन का भारत में निर्माण होना शुरू हो जाएगा
- गमालया इंस्टीट्यूट ने दावा किया कि स्पुतनिक-V कोरोना के खिलाफ सबसे अधिक प्रभावी है
- रामनाम की औषधि महारोग को भी खत्म कर देती है
आइए विस्तार में जानते है स्पूतनिक -V वैक्सीन के बारे में
भारत में कोरोना वायरस महामारी से लाखों मौतें हो गई हैं । Covid-19 वायरस संक्रमण से बचने के लिए कोविशील्ड और कोवैक्सीन के बाद अब एक और वैक्सीन स्पूतनिक-V भी अगले सप्ताह से मार्केट में उपलब्ध हो जाएगी। आपको बता दें कि बाजार में उपलब्ध होने से पहले लोगों को इसकी कीमत जानने की जिज्ञासा थी। एक बयान के माध्यम से डॉ. रेड्डी ने इस वैक्सीन के बारे में बताया कि रूस से आई स्पूतनिक-V वैक्सीन की एक खुराक की कीमत 995.40 रुपए रहेगी। बयान में कहा गया है कि अभी स्पूतनिक-V वैक्सीन रूस से खरीदी गई है, इस लिए इसकी कीमत थोड़ी ज्यादा लग रही है। जब इसका निर्माण भारत में शुरू होगा, तब उसकी कीमत कम होगी। यह जानना जरूरी है कि फिलहाल भारत में स्पूतनिक-V वैक्सीन की 1.50 लाख डोज उपलब्ध हैं।
दो टीकों कोविशील्ड और कोवैक्सीन के साथ अभी चल रहा है टीकाकरण अभियान
ध्यान में रहे कि भारत में अब तक दो टीकों कोविशील्ड और कोवैक्सीन के साथ टीकाकरण अभियान चल रहा है। कोविशील्ड और कोवैक्सीन ने प्राइवेट अस्पतालों और खुले बाजार के लिए अपनी वैक्सीन की अलग कीमत रखी है। केंद्र सरकार ने 1 मई से वैक्सीन कंपनियों को राज्य सरकारों और निजी अस्पतालों को भी टीके की बिक्री की अनुमति दे दी है। देश में टीके का निर्माण करने वाली कंपनियां 50 फीसदी टीका केंद्र सरकार को देंगी तो दूसरी ओर 50 फीसदी टीका राज्य सरकारों और निजी अस्पतालों को बेच सकती हैं।
भारत में जुलाई महीने से स्पूतनिक-V का उत्पादन शुरू हो जाएगा
स्पूतनिक-V वैक्सीन की कीमत अभी ज्यादा है क्योंकि यह रूस से खरीदी जा रही है। भारत सरकार का कहना है कि इस महीने के अंत तक 30 लाख और स्पूतनिक-V टीके की खुराक भारत पहुंचेंगी। सरकार जुलाई के महीने में इस वैक्सीन को उपलब्ध कराना चाहती है और इसके लिए रेड्डी लेबोरेटरी के अतिरिक्त जिन अन्य कंपनियों के साथ भी वार्ता कर रही है उनमें विरचोव बायोटेक, हेटेरो बॉयोफॉर्मा, पैनाशिया बायोटेक, स्टेलिस बायोफार्मा, और ग्लैंड बायोफार्मा शामिल हैं। उम्मीद है कि भारत में उत्पादन करने के कारण दाम कम हो जाएं ।
Russian Vaccine Sputnik V: वैक्सीन का ट्रायल असरदार रहा है
कहा गया है कि अन्य वैक्सीन से भी ज्यादा असरदार साबित हुई है स्पूतनिक-V। शुरुआत में इस वैक्सीन की क्षमता पर बहुत ज्यादा सवाल उठाए गए। इस साल फरवरी में ट्रायल के डेटा को द लांसेट जर्नल में प्रकाशित किया गया तब इस वैक्सीन को सुरक्षित और प्रभावी माना गया। तीसरे चरण के परीक्षण में ‘स्पूतनिक-V 91.6 प्रतिशत प्रभावी पाई गई और वह भी बिना किसी दुष्प्रभाव के। ‘द लांसेट’ जर्नल में प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार अध्ययन के ये नतीजे करीब 20,000 प्रतिभागियों से एकत्र किए गए आंकड़ों पर आधारित है। इस वैक्सीन द्वारा इस महामारी पर कुछ तो नियंत्रण हो सकता है ।
Russian Vaccine Sputnik V: अन्य वैक्सीन से अलग है स्पूतनिक V वैक्सीन
रूसी कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक-V, एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन की तरह ही एक वायरल वेक्टर वैक्सीन है। लेकिन किसी भी अन्य कोरोना वैक्सीन के विपरीत, स्पूतनिक-V वैक्सीन की दोनों खुराक एक दूसरे से अलग होती हैं। यह वैक्सीन अन्य वैक्सीन से बिल्कुल ही अलग तरीके से तैयार की गई है। दोनों ओर कोरोना की प्रकृति को देखते हुए इसका निर्माण किया गया है।
स्पूतनिक-V की दोनों खुराकों में अलग-अलग वैक्टरों का उपयोग SARS-CoV-2 के स्पाइक प्रोटीन को टारगेट करने के लिए किया गया है। वैक्सीन की प्रकृति में भी स्पूतनिक-V की दो खुराक एक ही टीका के थोड़े अलग संस्करण हैं और इस वैक्सीन का उद्देश्य है कि कोरोना से लड़ कर लंबे समय तक सुरक्षा प्रदान करे ।
Russian Vaccine Sputnik V: भारत ने दी आपात इस्तेमाल की मंजूरी
अप्रैल महीने में भारत में रूसी कोरोना टीके ‘स्पूतनिक V’ के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दे दी गई थी। भारत के केंद्रीय औषधि प्राधिकरण की एक विशेषज्ञ समिति ने देश में कुछ शर्तों के साथ रूसी कोरोना टीके ‘स्पूतनिक V’ के आपात इस्तेमाल को मंजूरी देने की सिफारिश की थी, जिस पर भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने अपनी मुहर लगाई। बहुत हर्ष की बात है कि गमालया इंस्टीट्यूट ने दावा किया कि ‘स्पूतनिक V’ कोरोना के खिलाफ अब तक विकसित सभी टीकों में सबसे अधिक प्रभावी है। इसके द्वारा कोरोना की क्षमता को बहुत तेजी से कम किया जा सकेगा ।
जानिए किन-किन देशों ने दी स्पूतनिक-V वैक्सीन को मंजूरी
तुर्की, चिली और अल्बानिया के अलावा, 60 अन्य देशों ने ‘स्पूतनिक V’ को मंजूरी दे दी है । रूस, बेलारूस, अर्जेंटीना, बोलीविया, सर्बिया, अल्जीरिया, फिलिस्तीन, वेनेजुएला, पैराग्वे, तुर्कमेनिस्तान, हंगरी, यूएई, ईरान, रिपब्लिक ऑफ गिनी, ट्यूनीशिया, आर्मेनिया, मैक्सिको, निकारागुआ, रिपब्लिका श्रीपस्का (बोस्निया और हर्जेगोविना की इकाई), लेबनान, म्यांमार, पाकिस्तान, मंगोलिया, बहरीन, मोंटेनेग्रो, सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस, कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, गैबॉन, सैन-मेरिनो, घाना, सीरिया, किर्गिस्तान, गुयाना, मिस्र, होरासुर, ग्वाटेमाला, मोल्दोवा, स्लोवाकिया, अंगोला, कांगो गणराज्य , जिबूती, श्रीलंका, लाओस, इराक, उत्तरी मैसेडोनिया, केन्या, मोरक्को, जॉर्डन, नामीबिया, अजरबैजान, फिलीपींस, कैमरून, सेशेल्स, मॉरीशस, वियतनाम, एंटीगुआ और बारबुडा, माली, पनामा, भारत, नेपाल और बांग्लादेश ने ‘स्पूतनिक V’ को मंजूरी दे दी है।
अध्यात्म को भूल कर हुआ है मनुष्य दुखी
वेदों-पुराणों में प्रमाण है कि पूर्ण संत की शरण में जाने के बाद, मोक्षदायिनी भक्ति विधि प्राप्त होगी जिससे मनुष्य का पूर्ण रूप से इस जन्म-मरण के चक्कर से छुटकारा हो जाएगा और मोक्ष मिल जाएगा। फिर भी मानव शरीर प्राप्त कर प्राणी पशु -पक्षियों की ही तरह कार्य में लगा है। भेड़ चाल चलकर जीवन के दुखों को झेल कर मौत को गले लगा रहा है। राम नाम की औषधि (परमात्मा के नाम का सुमरण) को यदि पूर्ण गुरु द्वारा प्राप्त करके खा लिया जाए (सद्भक्ति कर ली जाए) तो पूर्णतः रोगों का नाश तो होगा ही साथ में मोक्ष भी प्राप्त होगा ।
श्रीमद्भागवत गीता जी के अध्याय न. 15 के श्लोक 1 से 4 व 16,17 का आशय है कि तत्वदर्शी संत की शरण में जाने के बाद हमें तत्वज्ञान का मार्ग मिलेगा, वही सन्त हमें मोक्षदायिनी भक्ति प्रदान करेंगे, उनकी खोज कर जीवन सफल करने में ही मानव बच सकता है अन्यथा चारों ओर मौत ही मौत मंडरा रही है ।
सुमरण से सुख होत है,सुमरण से दुःख जाए ।
कहे कबीर सुमरण किए, साईं (परमात्मा) में समाए ।।
कबीर साहेब जी कह रहे है कि हे मानव केवल सद्भक्ति द्वारा परमात्मा के नाम के सुमरण से ही सुख मिल सकता है और सुमरण से ही दुःख (रोग) भाग सकता है, अन्यथा सुख की आशा इस संसार में करना मूर्खता का काम है । क्योंकि आपको पता नहीं, यह बात तो तत्त्वज्ञान से ही पता चल सकती है। परमात्मा बार बार समझा रहे हैं :-
झूठे सुख को सुख कहे, मान रहा मन मोद ।
सकल चबीना काल का, कुछ मुख में कुछ गोद ।।
यह सर्व सुख-सम्पत्ति को हम अपना मान कर इसमें लिप्त है और परमात्मा के विधान को भूल कर, पैसे से सुख खरीदने की कोशिश में लगे है। इससे कुछ नहीं मिलने वाला है क्योंकि यह सर्व तो काल (निरंजन -ब्रह्म) की माया है, इसने खाने के लिए पृथ्वी पर मनुष्य के रूप में भोजन सामग्री को इकट्ठा कर रखा है। मौत के बाद हमें तप्तशिला पर भून कर खा जाता है। यह सर्व जानकारी आपको तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के सत्संग – प्रवचन द्वारा ही मिल सकती है।
इस मानव जीवन में कितना भी धन दौलत कमा लो, इज्जत कमा लो, बिना भक्ति के सब व्यर्थ ही है। इसलिए आध्यात्मिक ज्ञान को समझकर, पूर्ण गुरु की खोज करके, सद्भक्ति हेतु सत्य ज्ञान पूर्णतः समझने में ही हमारा हित है।
गुरु के मिले कटें दुःख पापा, जन्म -जन्म के मिटें संतापा ।।
पूर्ण सद्गुरु की शरण में आने से हमारे सारे दुःख दर्द दूर हो जाते है। इसके साथ ही जन्मों जन्मों के पुराने पाप भी भस्म हो जाते है। इसके बाद हमें बहुत सुख होता है, इस मानव जीवन में। मुफ्त में मोक्ष की प्राप्ति होगी यदि हम आध्यात्मिक ज्ञान को अपनाएं ।
पूर्ण परमात्मा से यदि हमारा कनेक्शन बन जाए तो मुफ्त में महामारी खत्म हो जाए, सर्व बिगड़े काम बन जाएं
मनुष्य इस पृथ्वी पर पल-पल दुखी है। यहाँ हर प्राणी को भय है की उसकी किसी भी कारण से मौत न हो जाए। यह भूल रहा है कि मौत निश्चित होनी ही है, यदि हम चाहते है कि हमारा जीवन सुखद और सुलभ निकले तो इसके लिए केवल एक ही उपाय है वह है सद्भक्ति। केवल पूर्ण परमात्मा की सद्भक्ति करने से ही हर प्रकार के दुःख- भय का नाश हो सकता है। परमात्मा अपने भक्त पर पल-पल ध्यान देता है कहीं उसके भगत पर कोई आपदा न जाए ।
वर्तमान में सद्भक्ति (तत्वज्ञान) केवल तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के पास है
वर्तमान में पूरे विश्व में एकमात्र केवल तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी ही हैं जो वास्तविक तत्वज्ञान करा कर पूर्ण परमात्मा की पूजा आराधना बताते है। समझदार को संकेत ही काफी होता है। वह पूर्ण परमात्मा ही है जो हमारे धन वृद्धि कर सकता है, सुख शांति दे सकता है व रोग रहित कर मोक्ष दिला सकता है। सर्व सुख और मोक्ष केवल तत्वदर्शी संत की शरण में जाने से सम्भव है। तो सत्य को जाने और पहचान कर पूर्ण तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज से मंत्र नाम दीक्षा लेकर अपना जीवन कल्याण करवाएं। अधिक जानकारी हेतु सतलोक आश्रम यूट्यूब चैनल पर सत्संग श्रवण करें।
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