प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PMKSY) PradhaanMantri Kisan Samman Nidhi Yojna केंद्र सरकार ने जारी की किसानों के लिए छठी किस्त, 8.69 करोड़ किसानों को मिलेगा लाभ।
- चौदह करोड़ किसानों को इस योजना से जोड़ने का है लक्ष्य।
- नई योजनाओं में प्रधानमंत्री किसान निधि योजना काफी अहम है।
- इस योजना के तहत अब तक किसानों के खातों में 5 किस्त सरकार डाल चुकी है।
- सरकार किसानों के बैंक खातों में हर साल 6000 रुपये जमा करती है।
- यह राशि तीन बराबर किस्तों में किसानों के खाते में डाली जाती है।
- किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को 4 महीने के अंतराल पर बराबर 3 किस्तों में ₹6000 की राशि दी जाती है।
- इस योजना से देश के छोटे और सीमांत किसान लाभान्वित हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना क्या है?
इस योजना के तहत कृषि क्षेत्र (Agriculture) से जुड़े लोगों को सीधे नगद का लाभ मिलता है। इस योजना का लक्ष्य है कि किसान ज़रूरत पड़ने पर बिना किसी कर्ज़ के अपनी कृषि और फसलों को सही तरह से देखभाल कर सके। इसके तहत किसानों को हर 4 महीने में 2000-2000 रुपये की 3 किस्तों को मिलाकर कुल 6 हजार रुपये सलाना राशि दी जाती है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत कब की गई?
PradhaanMantri Kisan Samman Nidhi Yojna: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत 1 दिसंबर 2018 को की गई, जिसमें अब तक इस योजना के तहत 75 हजार करोड़ की राशि किसानों के खाते में डाली जा चुकी है।
प्रधानमंत्री किसान योजना की छठी किस्त का हुआ एलान
9 अगस्त , 2020 दिन रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किसानों को छठी किस्त के लिए 17000 करोड़ रुपए की राशि का ऐलान कर दिया है। हालांकि इससे पहले पांच किश्त किसानों के खाते में डाली जा चुकी है और अगस्त माह में छटी किस्त भी किसानों के खातों में डाल दी जाएगी।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही इस स्कीम का लाभ लेने के लिए सर्वप्रथम कुछ शर्तें लागू हैं, यदि आप शर्तें पूरी करते हैं तो आप अपने नजदीकी ई-मित्र की दुकान पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
- आवेदन करने के लिए किसान के पास क्रेडिट कार्ड, आधार कार्ड और बैंक पासबुक होना अनिवार्य है।
- इस योजना के अंतर्गत पंजीकरण करने से पहले प्रत्येक किसान को सरकार द्वारा नामित स्थानीय पटवारी / राजस्व अधिकारी / नोडल अधिकारी से संपर्क करना होगा। तभी इस योजना का लाभ मिल सकेगा।
किसान सम्मान निधि योजना, लाभार्थियों के लिए मुख्य बिंदु
- इस योजना का लाभ उठाने के लिए सबसे पहले ज़रूरी होगा कि खेती की ज़मीन स्वयं किसान के नाम होनी चाहिए और उनके पास 2 हेक्टेयर जमीन भी होना अनिवार्य है।
- यदि कोई किसान खेती कर रहा है, लेकिन खेत उसके नाम ना होकर उसके पिता या दादा के नाम है, तो वह व्यक्ति इस योजना का लाभ नहीं उठा सकता।
- वर्तमान सेवारत या सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी (विधायक, सांसद, मंत्री) भी इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते।
- कोई भी सरकारी कर्मचारी डॉक्टर, इंजिनियर, वकील, चार्टर्ड अकाउंटेंट और उनके परिवार के लोग भी इस योजना के लाभार्थी नहीं होंगे।
- वे सभी पेंशनर जिनकी मासिक पेंशन ₹10000 से अधिक है वे भी इस योजना के लाभ पात्र नहीं होंगे।
- गांवों में कई ऐसे भी किसान होते हैं, जो खेती के कार्यों से तो जु़ड़े होते हैं, लेकिन खेत उनके स्वयं के नहीं होते, बल्कि वे किसी अन्य व्यक्ति के खेतों में कृषि करते हैं और खेत के मालिक को हर फसल का हिस्सा देते हैं। ऐसे किसानों को भी पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
- कई किसान ऐसे हैं जिनकी जमीन तो दस्तावेजों में खेती योग्य भूमि के रूप में दर्ज होती है, लेकिन उस जमीन का उपयोग खेती में ना होकर के अन्य कार्यों के लिए किया जाता है ऐसे किसान भी इस योजना के लाभार्थियों की सूची में शामिल नहीं किए जाएंगे।
- यदि आपके परिवार में कोई सदस्य टैक्स अदा करता है तो फिर आप इस स्कीम का लाभ नहीं ले सकते।
पीएम ने भेजा लाभार्थियों को मोबाइल पर संदेश
PradhaanMantri Kisan Samman Nidhi Yojna: पीएम-किसान योजना के तहत अगस्त-नवम्बर 2020 अवधि की 2000 की सम्मान राशि सीधे आपके बैंक खाते में भेज दी गई है। आशा करता हूं हर चार महीने पर मिलने वाली इस राशि से आपको खेती की जरूरतों में मदद मिलेगी। एसएमएस के जरिए यह संदेश हर उस किसान के मोबाइल पर आज आया है, जिसके खाते में रविवार को 2000 की किस्त पहुंची है।
कुछ किसान नहीं उठा पाए योजना का लाभ
बहुत से ऐसे भी किसान हैं, जिनके खाते में ये रकम नहीं पहुंच पाई है। इसकी सबसे बड़ी वजह है कुछ गलतियां।
- जैसे किसी का आवेदन में लिखा गया नाम आधार से मिसमैच है ।
- किसी का नाम बैंक अकाउंट से मैच नहीं करता।
- किसी ने आधार नंबर सही नहीं डाला है तो किसी ने बैंक का आईएफएससी कोड।
पीएम किसान सम्मान निधि आनलाइन कैसे देखें
PradhaanMantri Kisan Samman Nidhi Yojna: योजना की लिस्ट ऑनलाइन देखने के लिए सरकारी वेबसाइट pmkisan.gov.in पर क्लिक करिए। वेबसाइट खुलने के बाद मेन्यू बार देखें और यहां ‘फार्मर कार्नर’ पर जाएं। ‘लाभार्थी सूची’ के लिंक पर क्लिक करें। अपना राज्य, जिला, उप-जिला, ब्लॉक और गांव विवरण दर्ज करें।
शिकायत और मदद के लिए प्रयोग करें हेल्पलाइन नंबर व ईमेल
किसान सम्मान निधि योजना से जुड़ी किसी भी शिकायत के लिये पीएम-किसान हेल्प डेस्क (PM-KISAN Help Desk) के ई-मेल (Email) pmkisan-ict@gov.in पर संपर्क कर सकते हैं। वहां से न बात बने तो पीएम-किसान हेल्प डेस्क (PM-KISAN Help Desk) सेल के फोन नंबर 011-23381092 (Direct Toll Free HelpLine Number ) पर फोन करें।
आध्यात्मिक दृष्टिकोण
देश की जनता प्रजा है, राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री हमारे राजा और मंत्री प्रजा के सेवक । परंतु क्या आपको मालूम है कि संकट की घड़ी में राजा भी भगवान से मदद मांगते हैं । ये तो सर्व सिद्ध है कि राजा स्वयं अपनी प्रजा को पूर्ण रूप से सुखी नहीं कर सकता। वह स्वयं प्रजा की रक्षा के लिए भगवान से प्रार्थना करता है, और भगवान के सामने अपने राजपाट की सुख समृद्धि के लिए गुहार लगाता है।
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भगवान के अतिरिक्त कोई भी हमारी मदद नहीं कर सकता चाहे वह राजा हो या अन्य रिश्तेदार, पूर्ण परमात्मा की शरण ग्रहण करके सत्य साधना करने से ही हम सुखी और धनी हो सकते हैं, क्योंकि पूर्ण परमात्मा का विधान है की जिस प्रकार से माता-पिता अपने बच्चों को दुखी नहीं देख सकते ठीक इसी प्रकार वह समरथ परमात्मा अपनी शरण में आए हुए साधक को कभी दुखी नहीं होने देता।
हमने सदा से यह देखा कि देश का किसान धरती का सीना चीर कर अपना लहू और पसीना तक अपने परिवार और देशवासियों का पेट भरने के लिए तपती धूप, कड़कती लू और कंपकंपाने वाली सर्दी में भी अपने तन की परवाह न कर हमारे लिए अन्न उगाता है।
परमात्मा ही भोजन देते हैं
हमें खाने के लिए अन्न पूर्णतया परमात्मा की दया और अनुकंपा से ही मिलता है। किसान का परिश्रम भी इसमें अहम भूमिका निभाता है परंतु ऊपर से पड़ने वाली प्राकृतिक आपदाओं की मार अधिकतर किसान का आत्मविश्वास और कमर दोनों तोड़ देती है लेकिन यदि किसान उस पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब का शिष्य हो तो उसे आर्थिक मंदी और प्राकृतिक आपदा के समय भी पूर्ण कृपालु कबीर देव का सरंक्षण मिलता है।
विचार करें कि राजा भी एक मनुष्य है जो काम मनुष्य नहीं कर सकता वह परमात्मा कर सकता है। पूर्ण परमात्मा / अन्नदाता जो पूरी सृष्टि का रचनहार है वह कृषक की भी मदद करता है और हम सबका पेट भी समय पर भरने में सक्षम है।