July 26, 2024

New Coaching Guidelines 2024 | सरकार द्वारा कोचिंग संस्थानों पर लगाम लगाने के लिए नई गाइडलाइन जारी

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New Coaching Guidelines 2024 (कोचिंग की नई गाइडलाइन 2024): भारत सरकार के केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने देश भर में चल रहे कोचिंग संस्थानों के लिए एक डिटेल गाइडलाइन जारी की है। इस गाइडलाइन का उद्देश्य कोचिंग संस्थानों में छात्रों के लिए सुरक्षा और गुणवत्ता की गारंटी प्रदान करना है।

Table of Contents

  • 19 जनवरी 2024 को शिक्षा मंत्रालय ने जारी की कोचिंग संस्थानों के लिए गाइडलाइन
  • 16 साल से कम उम्र के बच्चों को कोचिंग में प्रवेश नहीं दिया जाएगा
  • कोचिंग संस्थानों को रजिस्ट्रेशन कराना होगा
  • कोचिंग संस्थान नहीं दे पाएंगे भ्रामक विज्ञापन
  • कोचिंग संस्थानों को छात्रों से मनमानी फीस वसूलने पर लगी पाबंदी 
  • कोचिंग संस्थानों को छात्रों के लिए एक परामर्श प्रणाली स्थापित करनी होगी
  • छात्रों के लिए उपलब्ध करानी होगी प्राथमिक चिकित्सा उपचार सुविधा

नई कोचिंग गाइडलाइन 2024: केंद्र सरकार ने कोचिंग संस्थानों पर लगाम लगाने के लिए नई गाइडलाइन जारी की है। इन गाइडलाइन के अनुसार, अब कोचिंग संस्थानों में 16 साल से कम उम्र के छात्र एडमिशन नहीं ले सकते हैं। इसके अलावा, कोचिंग संस्थानों को रजिस्ट्रेशन कराना होगा और इसके लिए कुछ शर्तें रखी गई हैं।

New Coaching Guidelines 2024 | देश में कोचिंग संस्थानों का एक बहुत बड़ा उद्योग स्थापित हो गया है। लाखों छात्र इन संस्थानों से शिक्षा प्राप्त करते हैं। ऐसे में छात्रों की सुरक्षा और गुणवत्ता को सुनिश्चित करना आवश्यक है। वर्तमान व्यवस्था में छात्रों की आत्महत्या के बढ़ते मामले और कोचिंग संस्थानों द्वारा अपनाई जाने वाली शिक्षण पद्धतियों के बारे में सरकार को लगातार शिकायते मिल रहीं थीं उसी के मद्देनजर केंद्र सरकार द्वारा यह कदम उठाया गया है। भारत सरकार की नई कोचिंग गाइडलाइन इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

कोचिंग की नई गाइडलाइन 2024: भारत सरकार के केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने 19 जनवरी, 2024 को देश भर में चल रहे कोचिंग संस्थानों के लिए एक डिटेल गाइडलाइन जारी की है। इस गाइडलाइन को कोचिंग केंद्र के रजिस्ट्रेशन और रेगुलेशन 2024 के नाम से जारी किया गया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने इस गाइडलाइन को ट्वीट करते हुए लिखा है, “कोचिंग संस्थानों में छात्रों के लिए सुरक्षा और गुणवत्ता की गारंटी प्रदान करने के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने नई गाइडलाइन जारी की है। इस गाइडलाइन के तहत, 16 साल से कम उम्र के बच्चों को कोचिंग में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। कोचिंग संस्थानों को रजिस्ट्रेशन कराना होगा और भ्रामक विज्ञापन नहीं देना होगा। साथ ही, उन्हें छात्रों से मनमानी फीस नहीं वसूलनी होगी और उनके लिए एक परामर्श प्रणाली स्थापित करनी होगी।”

New Coaching Guidelines 2024 |  नई गाइडलाइन के अनुसार, कोचिंग संस्थान 16 साल से कम उम्र के छात्रों का दाखिला नहीं कर सकते हैं। इसका मतलब है कि अब कक्षा 9 और 10 के छात्र भी कोचिंग संस्थानों में प्रवेश नहीं ले पाएंगे। इस नियम का उद्देश्य छात्रों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य की रक्षा करना है। 16 साल से कम उम्र के बच्चे अभी भी शारीरिक और मानसिक रूप से परिपक्व नहीं होते हैं। ऐसे में लंबे समय तक कोचिंग लेने से उन पर दबाव पड़ सकता है, जिससे उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इस कदम से छात्रों पर दबाव कम होगा और वे अपनी स्कूली पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे।

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नई गाइडलाइन के अनुसार, सभी कोचिंग संस्थानों को रजिस्ट्रेशन कराना होगा। रजिस्ट्रेशन के लिए संस्थानों को कुछ शर्तों को पूरा करना होगा। इन शर्तों में शामिल हैं:

  • संस्थानों का पंजीकृत कार्यालय होना चाहिए।
  • संस्थानों के पास योग्य शिक्षक होना चाहिए।
  • संस्थानों को छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करनी चाहिए।

कोचिंग की नई गाइडलाइन 2024: केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को कोचिंग संस्थानों पर नजर रखने का निर्देश दिया है। राज्य सरकारें कोचिंग संस्थानों का निरीक्षण करेंगी और गाइडलाइन का उल्लंघन करने वाली संस्थाओं के खिलाफ कार्रवाई करेंगी।

नई गाइडलाइन से छात्रों को कई लाभ होने की संभावना हैं, इनमें शामिल हैं:

  • छात्रों पर दबाव कम होगा
  • छात्रों को अपनी स्कूली पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने का मौका मिलेगा
  • कोचिंग संस्थानों की अनियमित वृद्धि पर नियंत्रण लगेगा
  • छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए कोचिंग संस्थानों को प्रोत्साहन मिलेगा
  • छात्रों को प्राथमिक चिकित्सा सहायता/उपचार की सुविधा उपलब्ध होगी

कोचिंग की नई गाइडलाइन 2024: इस नियम का उद्देश्य छात्रों को भ्रामक जानकारी से बचाना है। कई बार कोचिंग संस्थान अपने विज्ञापनों में छात्रों को गलत जानकारी देते हैं, जिससे छात्रों को नुकसान हो सकता है।

New Coaching Guidelines 2024 |  इस नियम का उद्देश्य छात्रों को आर्थिक शोषण से बचाना है। कई बार कोचिंग संस्थान छात्रों से मनमानी फीस वसूलते हैं, जिससे छात्रों को आर्थिक परेशानी हो सकती है।

इस नियम का उद्देश्य छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य की रक्षा करना है। कई बार कोचिंग लेते समय छात्रों पर दबाव और तनाव बढ़ जाता है, जिससे उनके मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। असामान्य स्थिति में छात्र आत्महत्या तक करने  के लिए आगे बढ़ जाते हैं। ऐसे में कोचिंग संस्थानों को छात्रों के लिए एक परामर्श प्रणाली स्थापित करनी चाहिए, ताकि छात्रों को मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का समाधान मिल सके।

New Coaching Guidelines 2024 | कोचिंग की नई गाइडलाइन 2024: इस नियम का उद्देश्य छात्रों के स्वास्थ्य की रक्षा करना है। कोचिंग संस्थानों में छात्रों की संख्या अधिक होती है। ऐसे में कोई भी आपात स्थिति होने पर छात्रों को तुरंत चिकित्सा सहायता मिल सके, इसके लिए कोचिंग संस्थानों को एक प्राथमिक चिकित्सा किट और चिकित्सा सहायता/उपचार सुविधा उपलब्ध करानी होगी।

कुल मिलाकर, भारत सरकार की यह कोचिंग गाइडलाइन छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इन गाइडलाइन के लागू होने से कोचिंग संस्थानों में छात्रों के लिए सुरक्षा और गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद है। शिक्षा के साथ ही छात्रों को आध्यात्मिक विकास के लिए धर्म शास्त्रों की पढ़ाई पर भी ध्यान देना चाहिए। वर्तमान में इसके लिए तत्वदर्शी संत जगतगुरु रामपाल जी महाराज ही सबसे उपयुक्त कोचिंग गाइड हैं। अधिक जानकारी के लिए छात्र “संत रामपाल जी महाराज” एप को डाउनलोड करें।     

1. कोचिंग गाइडलाइन कब जारी की गई?

कोचिंग गाइडलाइन 19 जनवरी, 2024 को जारी की गई।

2. कोचिंग गाइडलाइन का उद्देश्य क्या है?

कोचिंग गाइडलाइन का उद्देश्य कोचिंग संस्थानों में छात्रों की सुरक्षा और गुणवत्ता को सुनिश्चित करना है।

4. 16 साल से कम उम्र के बच्चों को कोचिंग में प्रवेश क्यों नहीं दिया जाएगा?

16 साल से कम उम्र के बच्चे अभी भी शारीरिक और मानसिक रूप से परिपक्व नहीं होते हैं। ऐसे में लंबे समय तक कोचिंग लेने से उन पर दबाव पड़ सकता है, जिससे उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

5. कोचिंग संस्थानों को रजिस्ट्रेशन क्यों कराना होगा?

कोचिंग संस्थानों के रजिस्ट्रेशन कराने से सरकार को इन संस्थानों पर नजर रखने में आसानी होगी। इससे यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि कोचिंग संस्थान सरकार के नियमों का पालन कर रहे हैं।

6. कोचिंग संस्थानों को भ्रामक विज्ञापन देने और मनमानी फीस वसूलने पर कैसे लगेगी लगाम?

भ्रामक विज्ञापन छात्रों को गुमराह कर सकते हैं और उन्हें नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए कोचिंग संस्थानों को भ्रामक विज्ञापन नहीं देने के आदेश जारी हुए हैं। कोचिंग संस्थानों को छात्रों से मनमानी फीस वसूलने से रोकने के लिए यह नियम बनाया गया है। इससे छात्रों को आर्थिक शोषण से बचाया जा सकेगा।

7. कोचिंग संस्थानों को छात्रों के लिए स्वास्थ्य के लिए क्या कदम उठाने जरूरी हैं ?

कोचिंग संस्थानों में छात्रों पर दबाव और तनाव बढ़ जाता है। ऐसे में छात्रों के लिए परामर्श प्रणाली स्थापित करने से उन्हें मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का समाधान मिल सकेगा। कोई भी आपात स्थिति होने पर छात्रों को तुरंत चिकित्सा सहायता मिल सके, इसके लिए कोचिंग संस्थानों को प्राथमिक चिकित्सा किट उपलब्ध करानी होगी।

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