MP Morena News: मध्यप्रदेश, जिला मुरैना, तहसील जौरा में सन्त रामपाल जी के अनुयायी के साथ की गई ज्यादती। उन्हें संविधान के विरुद्ध तथा गलत तरीके से प्रताड़ित किया गया एवं मारपीट की गई। आज 13 दिसम्बर 2021 को सन्त रामपाल जी के अनुयायियों ने इसी ज्यादती के खिलाफ शान्तिपूर्वक जुलूस निकाला और एसपी से न्याय की गुहार की। जानें पूरी खबर।
MP Morena News के मुख्य बिंदु
- शिक्षक छुट्टन मांझी के साथ रमेश शिवहरे एवं उसके परिवार ने किया अमानवीय व्यवहार
- छुट्टन मांझी के घर पर आकर पत्नी और बेटे के साथ भी मारपीट की
- प्रशासन की सबसे बड़ी कमी उजागर
- स्वयं के लिए प्रलय आमंत्रित कर रहे हैं सन्त रामपाल जी के अनुयायियों को सताने वाले
एक शिक्षक को पीटे जाने की वजह सुनकर दंग रह जाएंगे
शिक्षक का कर्त्तव्य होता है कि वह अपने शिष्य को सत्य मार्ग पर अग्रसर करे। उसे उचित एवं अनुचित की शिक्षा दे एवं सही रास्ते पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करे। यही किया छुट्टन मांझी ने और उसकी सजा उन्हें प्रशासन की नाक के नीचे मनमाने तरीके से मनचले लोगों द्वारा दी गई।
MP Morena News: सन्त रामपाल जी महाराज के शिष्य छुट्टन मांझी, आयु 58 वर्ष, के पास लॉक डाउन के समय से रमेश शिवहरे का पुत्र ऑनलाइन पढ़ता रहा है। बालक नाबालिग है और ग्यारहवीं कक्षा का छात्र है। छुट्टन दास ने उस बालक को पढ़ाई के साथ ही सन्त रामपाल जी महाराज द्वारा कई देश विदेश के चैनलों में प्रसारित होने वाले सत्संगों के आधार पर सत्यज्ञान समझाया। बालक स्वयं सही और गलत साधना का निर्णय ले सका वह सन्त रामपाल जी से प्रभावित हुआ। यह घटना बालक के परिवार वाले झेल नहीं पाए और वे गुंडागर्दी पर उतर आए। पहले उन्होंने बहस की और फिर छुट्टन दास और उसके पूरे परिवार को पीटा।
MP Morena News: घर में घुसकर की मारपीट
दिनांक 10 दिसम्बर 2021 को छुट्टन दास के घर आकर उसे घर से बाहर निकाल कर रमेश शिवहरे और उसके साथ आये लोगों ने पीटा। इतना ही नहीं बल्कि छुट्टन दास की पत्नी को भी घर से बाहर निकालकर मारपीट की एवं बेटे को भी पीटा। लेकिन इतना करने से उनका पेट नहीं भरा। जानकारी के लिए बता दें कि प्रशासन की नाक के नीचे हो रही इस घटना पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। शिवहरे ने बेबात ही एक निर्दोष को परिवार सहित मारा पीटा तथा अभद्र व्यवहार किया।
मुँह में कालिख लगाकर घुमाया और झूठी रिपोर्ट लिखाई
MP Morena News: शिवहरे जो कि एक गृहस्थ व्यक्ति है अपने परिवार के साथ रह रहा है, वास्तव में एक गुंडा है। उसने सारा कुछ अपनी मर्ज़ी से बिना कुछ जाने और समझे किया। छुट्टन दास के घर पहुंचकर मार पीट करने से उसे शांति नहीं मिली बल्कि वह पूरी गुंडागर्दी दिखाते हुए छुट्टन दास जोकि एक उम्रदराज शिक्षक है उसके मुँह पर कालिख लगाकर पूरे शहर में घुमाते हुए थाने तक ले गया और झूठी रिपोर्ट लिखवाई। गौर फरमाने वाली बात है कि पुलिस द्वारा झूठी रिपोर्ट दर्ज भी कर ली गई। छुट्टन दास को परिवार सहित प्रताड़ित किया शिवहरे ने, मारपीट की शिवहरे ने, पत्नी और बच्चे को मारा रमेश शिवहरे ने और रिपोर्ट लिखवाई छुट्टन दास जी के खिलाफ।
रिपोर्ट में छुट्टन पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने बच्चे को गलत भक्ति साधना में उलझा दिया है तथा धर्मपरिवर्तन कर दिया है। हालांकि यह जितना झूठ है उतना ही हास्यास्पद है क्योंकि सन्त रामपाल जी महाराज हिन्दू सन्त हैं जिन्होंने सभी धर्मों को छोड़ एक मानवता के मार्ग पर चलने का संदेश दिया है। दूसरे दिन जाकर फिर रिपोर्ट में रमेश शिवहरे ने यह झूठ लिखवाया कि उनके बेटे को छुट्टन मांझी ने बहला फुसलाकर अगवा करने का प्रयास किया है। और इस तरह नाबालिग के अपहरण का झूठा प्रकरण छुट्टन दास के खिलाफ दर्ज करवाया।
जबरन दिलवाया गया बच्चे से ब्यान
इस घटना में एक नया मोड़ आया जब रमेश शिवहरे एसपी कार्यालय पर पहुंचा और एक ज्ञापन सौंपा जिसमें वो 2-4 और बड़े झूठ बोलता है जिसमें कहा गया कि उसके बेटे को छुट्टन मांझी ने प्रसाद खिला कर उसमें नशीला पदार्थ मिलाया और उनके बच्चे को बेहोश करके अश्लील फोटो खींचे गए और उसे डराकर पैसे ऐंठे गए जबकि यह सभी बातें मिथ्या है अभी एक दिन पहले ही रमेश शिवहरे की तरफ से 3 लोगों के खिलाफ FIR कराई गई जिसमें इन्होंने नाबालिग के अपहरण का केस दर्ज करवाया।
छुट्टन मांझी ने लगाई गुहार सीएम हेल्पलाइन से
MP Morena News: छुट्टन मांझी के साथ जो हुआ वह न केवल अभद्र था बल्कि दिल दहलाने वाला वाकया था। ऐसे समझें कि आपको बिना किसी वजह या कसूर के कभी भी कोई भी समाज के तथाकथित घरों में रहने वाले बदमाश गुंडे मारते हैं, आपकी पत्नी को पीटते हैं आपके पूरे परिवार को पीटेंगे और आपके मुख पर कालिख पोतकर शहर में घुमाते हैं बिना कसूर। जी बिल्कुल जैसी स्थिति आप समझ रहे हैं वैसा ही कुछ छुट्टन मांझी के साथ हुआ वे हताश निराश जब घर पहुंचे तो घर वाले और वे स्वयं इस आतंक और गुंडागर्दी से डरे हुए थे। उन्होंने मध्यप्रदेश सीएम हेल्पलाइन का सहारा लिया और उनसे न्याय की गुहार की। क्योंकि इतना कुछ होने के बाद पीड़ित में थाने तक जाने की हिम्मत बाकी नहीं थी।
आज लगाई गुहार सम्बंधित स्थान के एसपी से
MP Morena News: आज दिनांक 13 दिसम्बर 2021 को छुट्टन मांझी अपने भक्त भाईयों के सहारे एसपी कार्यालय पहुंचे एवं अपने साथ हुई घटना एवं रमेश शिवहरे द्वारा की गई गुंडागर्दी की पूरी जानकारी एसपी को दी। उन्होंने अपने साथ हुई मानहानि की जानकारी भी एसपी को दी कि किस प्रकार पूरे शहर में जुलूस निकालकर उन्हें प्रताड़ित किया गया। मामले की जानकरी कलेक्टर को भी दी गई है। शांतिपूर्वक जुलूस निकालकर न्याय की मांग संत रामपाल जी के अनुयायियों ने की है।
शहर में निकला शांतिपूर्ण जुलूस
सन्त रामपाल जी महाराज के अनुयायियों ने शहर में शांतिपूर्ण तरीके से जुलूस निकाला है। इतना कुछ होने के बाद भी सन्त रामपाल जी के अनुयायियों ने पलटवार नहीं किया जबकि उनका पक्ष न केवल सही है बल्कि वे संख्या में भी अधिक हैं। सन्त रामपाल जी महाराज ने सदैव आने अनुयायियों को भारत के संविधान और उसकी न्याय व्यवस्था पर विश्वास करने और उसी के अनुसार चलने की शिक्षा दी है। इससे अलग न कभी सन्त रामपाल जी महाराज चले और न अपने अनुयायियों को चलने की प्रेरणा दी। उनके अनुसार सन्त वही है जो डरे नहीं और किसी से लड़े नहीं। यही कारण है कि सन्त जी के अनुयायी न तो बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के दलों की भांति आपराधिक कृत्यों को अंजाम देते हैं जैसा उन्होंने मंदसौर, मध्यप्रदेश में किया और न ही ऐसे बिना मतलब मनचले घर में घुसकर पीटने वालों से वे लड़े। सन्त का स्तर सदैव ऊँचा होता है।
MP Morena News: प्रशासन की कमी हुई उजागर
लगातार ऐसी घटनाएं सामने आती रहीं हैं जब सन्त रामपाल जी महाराज के अनुयायियों को तंग किया गया है, ज्यादती और मारपीट की गई है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि सन्त रामपाल जी महाराज ने सत्य का मार्ग और सत्यभक्ति का मार्ग प्रशस्त किया है। यह शास्त्रों पर आधारित भक्ति पाखंडियों को रास नहीं आती और वे जमकर मनमानी करते हैं। इसका दूसरा सबसे बड़ा कारण है कि सन्त रामपाल जी महाराज के अनुयायियों का स्तर अन्य सभी से ऊँचा है, वे गुंडे बदमाशों की तरह कपड़े फाड़कर सड़क पर गाली गलौज करने नहीं आते और न ही किसी को मारते हैं।
ये परमेश्वर की वे संतानें हैं जो किसी भी जीव को तकलीफ़ नहीं पहुँचाते। लगातार ऐसी घटनाओं के सामने आने के बाद भी प्रशासन का शीघ्र उचित कार्यवाही करने में पीछे रहना उनकी कमी को उजागर करता है। इसका नतीजा यह हुआ कि गुंडे बदमाशो के हौसले बढ़ने लगे और वे कानून अपने हाथों में लेने लगे हैं। अब वे सत्संग व दहेजमुक्त विवाहों के पंडालों में घुसकर फायरिंग करते हैं और औरत, मर्द, बच्चे का ख्याल न करते हुए लाठियां बरसाते हैं।
आज एक शिक्षक के साथ जो घटना हुई है वह प्रशासन और संविधान की धज्जियाँ उड़ाती है। इसका साफ अर्थ है कि आप कुछ भी अच्छा करें वह यदि बदमाशों को रास नहीं आया तो वो आपका मुंह काला करके आपको शहर में घुमाएंगे, आपकी बीवी और आपको सपरिवार पीटेंगे।
सन्त की लड़ाई भगवान स्वयं लड़ते हैं
सन्त की लड़ाई भगवान स्वयं लड़ते हैं। सन्त रामपाल जी के अनुयायी न केवल समाजोपयोगी कार्यों में प्रदत्त रहते हैं बल्कि वे न तो लड़ाई झगड़ा करते हैं और न ही भ्रष्टाचार, भ्रूण हत्या, हत्या, मारपीट, गाली गलौज, बेईमानी, चोरी, ठगी, नशा आदि करते हैं। सन्त रामपाल जी के अनुयायी भगवान से डरकर और सत्य की राह में चलने वाले वे बच्चे हैं जिनके साथ हरदम परमेश्वर होते हैं। सन्त की वकालत का जिम्मा परमेश्वर कबीर जी के हाथों होता है और उस न्यायकारी परमेश्वर की लाठी जब पड़ती है तब आवाज़ नहीं होती। सन्त रामपाल जी के निर्दोष अनुयायियों के साथ गलत करने वाले अपने लिए स्वयं काँटे बो चुके हैं।
सन्त सताना कोटि पाप है,अनगिन हत्या अपराधम् |
सन्त सताय साहेब दुःख पावै, कर देत बरबादम् ||
राम कबीर कह मेरे सन्त को दुःखी न दीजो कोए |
सन्त दुखाए मैं दुःखी मेरा आपा भी दुःखी होए ||
हिरणाकुश उदर विदारिया मैं ही मारा कंस |
जो मेरे सन्त को दुःखी करे उसका खो दूं वंश ||