Last Updated on 12 December 2021, 2:00 PM IST: Marriage in 17 Minutes: क्या आपने ऐसा कोई विवाह देखा है जहां दूल्हा दुल्हन साधारण वेशभूषा में हों। जहाँ बिना हल्दी, मंडप आदि रस्मों के पूर्ण परमात्मा की उपस्थिति में विवाह सम्पन्न हुआ हो? जहां दहेज के नामोनिशान न हो? ऐसे एक नहीं अनेक विवाह हुए हैं। जगतगुरु तत्वदर्शी सन्त रामपाल जी महाराज जी के सान्निध्य में होने वाले विवाह अनोखे हैं जिनमें बिना बैंड बाजे के, साधारण वेशभूषा में होने वाले विवाह चर्चा का विषय बने हुए हैं।
गुरुवाणी से मात्र 17 मिनट (Marriage in 17 Minutes) में सम्पन्न हुए विवाह
- विसना दास (जिला जालोर राजस्थान) का विवाह आरती दासी (जिला शाजापुर मध्यप्रदेश) से हुआ
- सचिन दास (जिला शाजापुर) का विवाह निशा दासी (जिला शाजापुर मध्यप्रदेश) से हुआ।
- गिरधर दास (26 वर्ष) पुत्र भोज दास (ग्राम साजा पोस्ट कचंदूर तहसील गुंडरदेही जिला बालोद राज्य छत्तीसगढ़) का विवाह मनीषा दासी (22 वर्ष) पुत्री संतोष दास (ग्राम पसौद पोस्ट हल्दी, तहसील, गुंडरदेही जिला, बालोद राज्य, छत्तीसगढ़) दिनांक 14/11/2021, स्थान – नाम दीक्षा केंद्र आमापारा बालोद, जिला बालोद छत्तीसगढ़ में हुआ।
- दीपा दासी संग हिमांशु दास का विवाह कैलसा जिला अमरोहा, उत्तर प्रदेश में हुआ।
- बीरेंद्रदास पुत्र चन्द्रभानदास (झांसी) का विवाह प्रियंका दासी पुत्री खेमचन्द (महोबा जिला तहसील कुलपहाड़, पीतांबरा गार्डन में दिनांक 14/11/2021 को हुआ।
- राजा दास पुत्र दिवान दास (ग्राम कुंडोरारिण, तहसील कटरा, जिला रियासी जम्मू व कश्मीर) का अंतर्जातीय विवाह सोनिया दासी पुत्री तिलक दास (ग्राम राजेन्द्र नगर, तहसील जम्मू, जिला जम्मू, जम्मू व कश्मीर) से हुआ।
- अनिल दास पुत्र अशोक दास (ग्राम पखियां तहसील जम्मू, जिला जम्मू (जम्मू व कश्मीर) का विवाह प्रिया दासी पुत्री मदन दास (ग्राम मंसू, तहसील रियासी, जिला रियासी, जम्मू व कश्मीर) से हुआ।
- ओंकारदास (27 वर्ष) पुत्र बोधलाल दास (गांव औरदा/खरसिया, तहसील खरसिया, जिला रायगढ़, राज्य छत्तीसग़ढ) का विवाह प्रिया दासी (25 वर्ष) पुत्री ताराचंद दास (गांव- ननसिया, तहसील रायगढ़, जिला रायगढ़, राज्य छत्तीसगढ़) से दिनांक 21/11/2021 को नामदान केंद्र कौहाकुण्ड, छत्तीसगढ़ में हुआ।
- जितेंद्र कुमार पुत्र माताप्रसाद (ग्राम लपवाह, तहसील लहार, जिला भिंड, मध्यप्रदेश) का विवाह कविता पुत्री महिपत दास (वार्ड 14, जनकपुरा, तहसील लहार, जिला भिंड, मध्यप्रदेश) के साथ हुआ।
- मंजेश कुशवाह पुत्र सरदार कुशवाह (ग्राम आरोन, तहसील घाटीगांव,जिला ग्वालियर, मध्यप्रदेश) का विवाह भारती कुशवाह पुत्री जयनारायण कुशवाह (ग्राम पृथ्वीपुरा, तहसील लहार, जिला भिण्ड, मध्यप्रदेश) से हुआ।
- राहुल दास (शाजापुर मध्यप्रदेश) का विवाह निधि दासी (श्योपुर मध्यप्रदेश) से हुआ।
- सुपेत दास (जिला बिलासपुर) का विवाह तीजन दासी (जिला बिलासपुर) नाम दीक्षा केंद्र बलौदा बाजार में हुआ।
- चुनेश दास का विवाह ममता दास जिला राजनांदगांव में रमैनी स्थल लिटिया नाम दीक्षा केंद्र में हुआ।
- भगत सत्यभान दास पुत्र प्रदीप दास (अमानगंज जिला पन्ना, मध्य प्रदेश) का विवाह गंगोत्री दासी पुत्री दयाराम दास (ग्राम नयापुरा मडैयन, तहसील पन्ना, जिला पन्ना, मध्य प्रदेश) से हुआ।
- सोनू दास पुत्र रामफल दास (गांव पाबड़ा, जिला हिसार, हरियाणा) का विवाह लक्ष्मी दासी पुत्री रोहतास (तेगा, जिला जींद, हरियाणा) से हुआ।
- बबलू दास पुत्र सोमनाथ दास का विवाह शशिकला दासी पुत्री जगदीश दास से जिला गोरखपुर में हुआ।
- अंकित दास (बघुइया, इटावा) का विवाह मोहिनी दासी (मूंज, इटावा) से हुआ।
- समुन्द्र दास पुत्र ईश्वर दास (गांव खरड़, हिसार, जिला हिसार, हरियाणा) का विवाह पूजा दासी पुत्री बजे सिंह (मिलकपुर जिला हिसार हरियाणा) से हुआ।
- सत्यप्रकाश दास (तहसील सम्भल,जिला सम्भल) का विवाह बिजनेश दासी (तहसील गुन्नौर, जिला सम्भल) से हुआ।
- मनीष दास (26 वर्ष) पुत्र प्रमोद दास (ग्राम व पोस्ट बछवल थाना, ब्लॉक, तहसील मेहनगर, जिला आजमगढ़, उत्तरप्रदेश) का विवाह शीतू (21वर्ष) पुत्री कल्पू (ग्राम व पोस्ट बछवल थाना, ब्लॉक, तहसील मेहनगर, जिला आजमगढ़, उत्तरप्रदेश) से हुआ।
- ऐसा एक विवाह जिला झांसी उत्तर प्रदेश में देखने को मिला जहाँ एक दहेज रहित विवाह (Marriage in 17 Minutes) संपन्न हुआ। साधारण वेशभूषा में कम लोगो की उपस्थिति के साथ बिना नाच गाने के बहुत ही शालीन व सभ्य तरीके से विवाह संपन्न हुआ।
- ग्राम खेरी तहसील गरौठा (जिला झांसी) UP की निवासी भक्तमति क्रांति दासी D/O महीपत दास का विवाह ग्राम कदौरा तहसील मऊरानीपुर (जिला झांसी) UP के निवासी भक्त कैलाश दास S/O देवचंद दास के साथ बहुत ही साधारण तरीके से हुआ। इस विवाह में नाममात्र लोग शामिल हुए साथ ही दान दहेज का कोई नामोनिशान नहीं था। जिसमें गुरुवाणी से मात्र 17 मिनट में दूल्हा दुल्हन विवाह बंधन में बंध गए।
- जिला भागलपुर, बिहार में भी हुआ एक अनोखा दहेज मुक्त विवाह (Marriage in 17 Minutes)।
- गाँव बाभंगमा बिहपुर जिला भागलपुर के निवासी धीरज दास S/O शिवनंदन का विवाह ग्राम ब्रह्मस्थान पोस्ट बरियारपुर जिला मुंगेर की निवासी नेहा दासी s / o रणजीत दास के साथ मात्र 17 मिनट में बहुत ही सादगी से संपन्न हुआ
- दहेजमुक्तभारत अभियान के तहत आज #संतरामपालजी_महाराज जी के नेतृत्व में एक अनोखी शादी हो रही है जो समाज को एक नई दिशा दे रही है जिसमें ना तो कोई लेन-देन है और ना ही दहेज और ना कोई दूसरा आडंबर ।
- एक ऐसा ही विवाह तहसील बानसूर जिला अलवर राजस्थान में देखने को मिला जहाँ एक दहेज रहित विवाह संपन्न हुआ। साधारण वेशभूषा में कम लोगो की उपस्थिति के साथ बिना नाच गाने के बहुत ही शालीन व सभ्य तरीके से विवाह संपन्न हुआ।
- ग्राम बानसूर तहसील बानसूर (जिला अलवर ) RJ की निवासी भक्तमति मंजू दासी D/O महेश दास का विवाह सीकर के निवासी भक्त सुभाष दास के साथ बहुत ही साधारण तरीके से हुआ। इस विवाह में नाममात्र लोग शामिल हुए साथ ही दान दहेज का कोई नामोनिशान नहीं था। जिसमें गुरुवाणी से मात्र 17 मिनट में दूल्हा दुल्हन विवाह बंधन में बंध गए। बात करे शिक्षा की तो दोनों ही (दुल्हा – दुल्हन) स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त है।
इसमें सादगी की मिशाल पेश की है इस शादी में ना घोड़ा,ना बाराती,ना बैंड ना बाजे सिर्फ 17 मिनट में रमैणी (शादी) गुरुवाणी के द्वारा हो जाती है,
Marriage in 17 Minutes: सबसे श्रेष्ठ विधि के हैं ये विवाह
रमैनी के माध्यम से होने वाले विवाह सबसे श्रेष्ठ विधि के हैं। ये वेदों में वर्णित विधि पर आधारित हैं और इसी प्रकार आदिशक्ति ने अपने तीनो बेटों ब्रह्मा, विष्णु और महेश का विवाह किया था। इस विवाह में पूर्ण परमेश्वर कविर्देव के साथ विश्व के सभी देवी देवताओं का आव्हान किया जाता है। इससे पूर्ण परमेश्वर तो साथ रहते ही हैं साथ ही विश्व के सभी देवी देवता भी उस विवाहित जोड़े की सदा सहायता करते हैं। ऐसे दहेजमुक्त विवाहों ने बेटियों का जीवन आसान कर दिया है।
दहेजमुक्त भारत केवल सन्त रामपाल जी महाराज के तत्वज्ञान से सम्भव
Marriage in 17 Minutes: दहेजप्रथा से मुक्ति के लिए सरकार ने कानून भी बनाये किन्तु सब निष्फल रहा। इस कार्य को तत्वज्ञान के बिना कर पाना सम्भव नहीं था। यह तत्वज्ञान तो केवल कोई तत्वदर्शी सन्त ही दे सकते हैं और पूर्ण तत्वदर्शी सन्त पूरे विश्व मे एक ही होता है जिसका तत्वज्ञान नशा, दहेज, चोरी, भ्रष्टाचार आदि से मुक्ति दिला सकता है। तत्वज्ञान होने के पश्चात व्यक्ति स्वयं ही इन सभी बुराइयों से दूर होने लगता है उसे अपने कर्मों की सजा मालूम होती है।
किंतु यह तभी सम्भव है जब सन्त पूर्ण तत्वदर्शी हो। सन्त रामपाल जी महाराज के ज्ञान के कारण आज लोग स्वयं ही दहेज लेने से इंकार कर देते हैं। नशाखोरी से दूर हैं यहाँ तक कि सन्त रामपाल जी महाराज के शिष्यों को रिश्वत देना भी मुमकिन नहीं है। सन्त रामपाल जी महाराज का ज्ञान इतना अच्छा है कि लालच, मोह, लोभ से व्यक्ति स्वतः दूर हटने लगता है।
तत्वज्ञान से ही होगा मोक्ष
ये दहेजमुक्त अद्भुत विवाह (Marriage in 17 Minutes) तो केवल बानगी हैं। तत्वज्ञान ने तो लोगों का जीवन सरल एवं सुगम बना दिया है। लोग सन्त रामपाल जी महाराज जी के ज्ञान से प्रेरित होकर उनसे नामदीक्षा लेकर अपना कल्याण करवा रहे हैं। क्योंकि मोक्ष तो केवल तत्वदर्शी सन्त की शरण में जाने से ही सम्भव है। अधिक जानकारी के लिए देखें सतलोक आश्रम यूट्यूब चैनल।