Maharashtra Lockdown News: महाराष्ट्र में दोबारा कोरोना की दस्तक। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने किया राज्य को सम्बोधित एवं दिए दिशा निर्देश। राज्य में COVID-19 मामलों में वृद्धि के बीच, महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में लॉकडाउन और रात के कर्फ्यू सहित नए कोरोनवायरस दिशानिर्देशों की घोषणा की है। पिछले 3 महीनों में सबसे बड़ी छलांग लगाते हुए महाराष्ट्र ने रविवार को लगभग 7000 नए COVID-19 केस दर्ज किए। केवल सत्यभक्ति करेगी सभी प्रकार की बीमारियों से बचाव।
Maharashtra Lockdown News के मुख्य बिंदु
• महाराष्ट्र में क्षेत्रशः लॉकडाउन और रात्रि कर्फ्यू सहित नए कोरोनावायरस दिशानिर्देश जारी
• महाराष्ट्र के अमरावती जिले में एक सप्ताह के लिए सोमवार शाम से लॉकडाउन
• पुणे में 28 फरवरी तक स्कूल और कोचिंग सेंटर बंद
• महाराष्ट्र में आज 53000 एक्टिव केस
• तीन महीने में पहली बार एक दिन में 7000 नए केस दर्ज किए गए
• सतज्ञान जानकर सतभक्ति करने से सभी समस्याएं हल हो जाती हैं
Maharashtra Lockdown News: महाराष्ट्र के अमरावती जिले में सोमवार शाम से लॉकडाउन
राज्य में COVID-19 के बढ़ते मामलों के बीच महाराष्ट्र के अमरावती जिले में एक सप्ताह के लिए लॉकडाउन लगाया जाएगा। सोमवार शाम से लॉकडाउन शुरू हो जाएगा। सात दिन के कड़े लॉकडाउन के दौरान केवल आवश्यक सेवाओं को ही काम करने की अनुमति दी जाएगी ।
Maharashtra Lockdown News: पुणे में 28 फरवरी तक स्कूल और कोचिंग सेंटर बंद
अमरावती में लॉकडाउन के लिए घोषणा के कुछ घंटों बाद पुणे में जिला प्रशासन ने 28 फरवरी तक स्कूलों और कोचिंग सेंटरों को बंद कर दिया है । उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने निर्णय लेने से पहले जिले में COVID-19 की स्थिति का आकलन करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की ।
क्या है महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण का पूरा सच?
महाराष्ट्र में कोरोना के संक्रमण तेज होने के कारण कई बड़े शहरों में पुनः लॉकडाउन की अटकलें तेज हो रही हैं। महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में लॉकडाउन और रात के कर्फ्यू सहित नए कोरोनवायरस दिशानिर्देशों की घोषणा की है। वहीं महाराष्ट्र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शाम 7 बजे राज्य को सम्बोधित किया जिसमें उन्होंने सावधानी बरतने की नसीहत दी है। महाराष्ट्र के कई शहरों नागपुर, अमरावती, यवतमाल, ठाणे, पूना, मुंबई जैसे जिलों में कोरोना वायरस के केस बढ़े हैं। महाराष्ट्र में 21 फरवरी को कोरोना वायरस के 7000 केस दर्ज किए गए थे और 40 मरीजो ने इस भयावह बीमारी से जूझते हुए दम तोड़ दिया। वहीं मुंबई में बिगड़ते हालातों के कारण बीएमसी ने 1305 बिल्डिंगों को सील कर दिया।
Maharashtra Lockdown News: धार्मिक और सामाजिक बैठकों पर लगी रोक
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखकर राज्य में सोमवार से किसी भी तरह की धार्मिक, सामाजिक या राजनीतिक बैठकों पर रोक लगा दी है। उन्होंने कहा कि जिन्हें लॉकडाउन नहीं चाहिए वे मास्क पहनें और जिन्हें लॉकडाउन चाहिए वे मास्क न पहनें। मुख्यमंत्री ने “मैं जवाबदार” मुहिम शुरू की है जिसमें उन्होंने अवाम से उत्तर मांगा है कि वे लॉकडाउन चाहते हैं या नहीं। यदि वे नहीं चाहते हैं तो लोगों को नियमों का सतर्कता से पालन करना होगा।
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कम्पनियों को रोटेशनल शिफ्ट की दी सलाह
उद्धव ठाकरे ने ट्रेनों व अन्य सार्वजनिक वाहनों में भीड़ कम करने के लिए रोटेशनल शिफ्ट की सलाह दी है। लॉकडाउन को लेकर अगले 8 दिनों में निर्णय दिया जाना है। मुख्यमंत्री के अनुसार मास्क पहनकर और नियमों का पालन करके लॉकडाउन को टाला जा सकता है। मन्दिरों, सामाजिक स्थलों को खोलने, लोकल ट्रेनों के शुरू करने व शादी-विवाहों के कारण कोरोना ने वापस सिर उठाया है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन का असर धीमी गति से आता है ऐसे में वैक्सीन लगाने के बाद एवं पहले दोनों ही स्थितियों में मास्क पहनना अनिवार्य है।
मानव के वश के बाहर हैं विपत्तियाँ
मनुष्य कितना भी शक्तिशाली समझा जाये लेकिन दुर्भिक्ष, प्राकृतिक आपदाएं, महामारियां आदि उसके वश से बाहर की बात है। कोरोना महामारी एक लंबे समय से जन धन का नाश कर चुकी है। लेकिन ये सभी विपत्तियाँ मनुष्य के समाधान के बाहर हैं। मनुष्य पृथ्वी पर सर्व प्राणियों में श्रेष्ठ है। उसकी यह श्रेष्ठता उसे महान नहीं बनाती। उसका जन्म केवल भक्ति के लिए है। किंतु वह भक्ति करता नहीं। जैसे पानी के अनेकों बुलबुले फूटते हैं ठीक इसी प्रकार मनुष्य की जात संसार में है। पानी के बुलबुले से अधिक कुछ भी नहीं किन्तु मनुष्य अपना जीवन गलत भक्ति साधनाओं में लगाकर या भक्ति न करके जीवन बर्बाद करके विभिन्न प्रकार की योनियों की ओर अग्रसर होता है। धन एकत्रित करने की भाग दौड़ ने उसे भक्ति की ओर से अकर्मण्य बना दिया है।
पूर्ण परमात्मा की सत्यभक्ति बदल सकती है विधि के विधान को
मानव को चाहिए कि शास्त्रों में वर्णित विधि के अनुसार तत्वदर्शी सन्त से नामदीक्षा लेकर भक्ति करे। उससे क्या होगा? शास्त्र प्रमाण हैं कि पूर्ण परमात्मा की सत्यभक्ति विधि के विधान को बदल सकती है फिर प्राकृतिक आपदाओं की बिसात ही क्या है। लेकिन पूर्ण परमेश्वर रूपी खजाना उसे तभी मिल सकता है जब तत्वदर्शी सन्त मानव को नामदीक्षा रूपी कुंजी प्रदान करे। सतज्ञान पूरी तरह जानने के लिए देखें सतलोक आश्रम यूट्यूब चैनल।
सन्त गरीबदासजी जी महाराज यहॉं तक कहते हैं कि सतज्ञान के बिना रावण, कंस, हिरण्यकश्यप जैसे बलवीर भी मृत्यु को प्राप्त हुए अर्थात मनुष्य योनि में जन्म होने के बाद भी पूर्ण मोक्ष पाने से चूक गए।
मर्द गर्द में मिल गए, रावण से रणधीर |
कंश केशी चाणूर से, हिरणाकुश बलबीर ||
तत्वदर्शी सन्त रामपाल जी महाराज से नामदीक्षा लेकर अपना कल्याण करवाएं
तेरी क्या बुनियाद है, जीव जन्म धर लेत |
गरीबदास हरि नाम बिन, खाली परसी खेत ||
सामान्य जीव की कोई हैसियत नहीं है। नामदीक्षा के बिना जीवन ऐसा है जैसे खाली पड़ा हुआ उपजाऊ खेत। वर्तमान में पूरे विश्व मे एकमात्र तत्वदर्शी सन्त रामपाल जी महाराज हैं उनसे नामदीक्षा लेकर अपना कल्याण करवाएं।