मानवता के गिरते स्तर और नैतिक मूल्यों के हो रहे पतन के बीच मध्यप्रदेश के इंदौर में संत रामपाल जी महाराज जी के एक शिष्य ने संदीप पाटीदार नाम के शख्स को उसका खोया फोन लौटाकर समाज को ईमानदारी और मानवता का संदेश दिया।
मुख्य बिंदु
- मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में संत रामपाल जी महाराज के शिष्य ने लौटाया खोया हुआ फोन।
- संदीप पाटीदार और सोनू पाटीदार नाम के विद्यार्थियों को लौटाया गया उनका खोया फोन।
- फोन मालिक को “जीने की राह” पुस्तक भेंट देकर दी गई नेक जीवन जीने की प्रेरणा।
- संत रामपाल जी महाराज चाहते है धरती को स्वर्ग समान बनाना।
समाज से लुप्त होती जा रही है मानवता
दिन प्रतिदिन हमारे समाज में मानवता का मूल्य निरंतर गिरता जा रहा है। दूसरी ओर धन, दौलत, संपत्ति, जायदाद, और पैसे के बाह्य प्रदर्शन का स्तर निरंतर बढ़ता जा रहा है। समाज में चोरी, जारी, ठगी, रिश्वत, मिलावट, नशा, भ्रष्टाचार आदि बुराइयों से लोगों के अंदर बेईमानी, अनैतिकता, और अराजकता फैलती जा रही है जिससे दिन प्रतिदिन मानवता के मूल्यों का ह्रास होता चला जा रहा है। इसी बीच कई नेक और शिष्ट व्यक्ति आज भी समाज में अपने विचारों और अच्छे आचार व्यवहार से एक नेक संदेश दे जाते है। ऐसी ही एक घटना हाल ही में मध्यप्रदेश के इंदौर में घटित हुई जिससे मानव धर्म को नेक संदेश और प्रेरणा प्राप्त हुई है।
इंदौर में संत रामपाल जी के शिष्य ने खोया फोन लौटाकर दिया ईमानदारी और मानवता का संदेश
आज कल सैकड़ों लोगों की कीमती चीजें जैसे पर्स, मोबाइल फोन, टैबलेट आदि सार्वजनिक स्थानों पर खो जाती है। पुलिस कंप्लेंट और सरकारी दफ्तरों में बार बार धक्के खाने के बाद भी शायद ही किसी को अपनी खोई चीज वापिस मिल पाती है। ऐसे में अपनी किसी निजी वस्तु के खो जाने के बाद अधिकतर लोग उसे वापिस प्राप्त करने की उम्मीद को ही खो बैठते है। परंतु संत रामपाल जी महाराज जी के अनुयाई आज भी समाज में मानवता को जिंदा रखने के लिए अक्सर लोगों की खोई हुई चीजें उन्हें सही सलामत लौटा देते है। फिर चाहे वह पर्स, मोबाइल फोन या नकद पैसे ही क्यों न हो।
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हाल ही में इंदौर के LIC जीवन बीमा अभिकर्ता के रूप में कार्यरत संत रामपाल जी महाराज जी का शिष्य जब कलेक्टर ऑफिस से सरवटे बस स्टैंड की ओर जा रहा था तब उसे रोड पर एक पड़ा हुआ मोबाईल मिलता है। संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य ने उनके गुरुजी द्वारा दी गई शिक्षा पर चलते हुए उस मोबाईल फोन को उसके असली मालिक तक पहुंचाया। बता दें कि मोबाइल फोन के मालिक सोनपक्ष दिवस के रहने वाले है जो वर्तमान समय में इंदौर में पढ़ाई करने आए है। संदीप पाटीदार और सोनू पाटीदार नाम के दो विद्यार्थियों को उनका फोन वापस लौटने के बाद उन्हें संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा लिखित अनमोल पुस्तक “जीने की राह” भेंट की गई। ईमानदारी और मानवता का नेक संदेश देने वाले संत जी के शिष्य ने फोन लौटने के बाद बताया कि यह नेक विचार और प्रेरणा उन्हें संत रामपाल जी महाराज ने दी है।
समाज सुधार और जन कल्याण के लिए संत रामपाल जी महाराज है दिन रात प्रयत्नशील
दहेज प्रथा, रिश्वतखोरी, नशाखोरी, लूट–पाट, मारपीट, जाति भेदभाव, लिंग भेदभाव, आदि कुरीतियों और बुराइयों को समाज से जड़मूल से खत्म करने के लिए संत रामपाल जी महाराज और उनके करोड़ो अनुयाई दिन रात प्रयत्नशील है। संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य है समाज को सभी प्रकार की बुराइयों से सदा के लिए मुक्त करना और धरती को स्वर्ग समान बनाना। संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में आज लाखों लोगों ने नशे से मुक्ति पा ली है। संत जी के सानिध्य में दिन प्रतिदिन हजारों की संख्या में दहेज रहित विवाह संपन्न करवाए जा रहे है। संत जी द्वारा लिखी अनमोल पुस्तक “जीने की राह” को पढ़कर लोग समाज में व्याप्त तमाम प्रकार की बुराइयों को छोड़ रहे है और एक निर्मल समाज को तैयार करने में अपना सहयोग दें रहे है। अधिक जानकारी के लिए आज ही डाउनलोड कीजिए संत रामपाल जी महाराज एंड्रॉयड एप गुगल प्लेस्टोर से।