November 17, 2025

हरियाणा के पपोसा गांव में संत रामपाल जी महाराज का आशीर्वाद: करुणा ने बदल दी बाढ़ से तबाह धरती की तक़दीर

Published on

spot_img

हरियाणा की मिट्टी सदा से परिश्रम, श्रम और संत परंपरा की गवाह रही है। यही वह धरती है जहां एक ओर किसान पसीने से फसलें सींचता है, वहीं दूसरी ओर संत समाज-सेवा के जल से उसकी पीड़ा को हरते हैं। इसी परंपरा की एक जीवंत मिसाल हाल ही में तब देखने को मिली जब भिवानी जिले का पपोसा गांव भयंकर बाढ़ की चपेट में आया। खेत, घर, पशु सबकुछ जलमग्न हो गया। उम्मीदें डूब गईं, और किसानों के दिलों में निराशा का समंदर उमड़ पड़ा। गांववासी सरकारी दरवाज़े बंद देखकर टूट गए और ऐसे में उन्हें संत रामपाल जी महाराज जी का दरवाज़ा खुला दिखाई दिया। जब हर ओर अंधकार था, तब एक प्रकाश की किरण बनकर उभरे संत रामपाल जी महाराज। उन्होंने न केवल पपोसा गांव को राहत दी, बल्कि यह भी दिखाया कि सच्चा धर्म वही है जो दुखियों की सांसों में जीवन फूंक दे।

बाढ़ का कहर: जब धरती ने सांस लेना छोड़ दिया

जुलाई के आख़िरी सप्ताह में हुई भीषण वर्षा ने पपोसा के खेतों को झीलों में बदल दिया। कई बीघा भूमि जलमग्न हो गई, कच्चे घरों की दीवारें झरने की तरह गिरने लगीं। गाँव का आधा हिस्सा कई दिनों तक पानी में डूबा रहा। किसानों की सबसे बड़ी चिंता थी – “अब गेहूं की बुआई कैसे होगी?” हर गुजरते दिन के साथ खेतों का पानी सड़ने लगा और आने वाली फसल का सपना मिट्टी में मिलने लगा। किसान प्रशासन के दफ्तरों में दौड़ते रहे लेकिन कोई सुनवाई नहीं। सरकारी मदद बस कागज़ों तक सीमित रह गई। इसी दौरान गाँव के कुछ लोगों को जानकारी मिली कि संत रामपाल जी महाराज द्वारा गातार बाढ़ प्रभावित इलाकों में सहायता पहुंचाई जा रही है।

सरपंच का निवेदन और एक दैवीय पहल की शुरुआत

पपोसा के सरपंच सुरेश कुमार ने अपने पंचायत सदस्यों संग बैठक की और निश्चय किया कि अब एकमात्र आशा संत रामपाल जी महाराज हैं। पूरी ग्राम पंचायत उनके आश्रम पहुँची और लिखित रूप से प्रार्थना पत्र भेजकर विनम्र निवेदन किया कि गाँव का पानी निकालने के लिए कुछ मदद दी जाए। पानी निकालने के लिए उन्हें चाहिए थी एक 15 हॉर्सपावर की मोटर और 4500 फीट पाइपलाइन, जिससे खेतों का पानी बाहर निकल सके। किंतु उन्होंने केवल पाइप की माँग रखी। 

संत रामपाल जी महाराज जी ने पाइप के साथ मोटर भी दी। संत रामपाल जी महाराज ने ग्रामीणों की व्यथा सुनी और बिना एक क्षण गँवाए स्वीकृति प्रदान की। संत रामपाल जी महाराज जी ने संदेश भेजा कि “जहाँ तक संभव होगा, गाँव से पानी निकलेगा। यह कार्य केवल राहत का नहीं, बल्कि जीवन बचाने का है।” उनके इस निर्णय ने पपोसा में उम्मीद की पहली किरण जलाई।

राहत का काफिला: जब सेवा की गाड़ियाँ पहुंचीं गांव की चौपाल तक

कुछ ही दिनों में संत रामपाल जी सेवा ट्रस्ट का राहत दल विशाल ट्रक लेकर पपोसा पहुँचा। सेवादारों ने जैसे ही ट्रक से पाइप और मोटर उतारना शुरू किया, गाँव में सन्नाटा छा गया फिर धीरे-धीरे वह सन्नाटा “जय सतगुरु रामपाल जी भगवान की जय” के उद्घोष में बदल गया।

ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने केवल पाइप और मोटर मांगी थी, पर उन्हें उससे कहीं अधिक मिला –

  • 15 एचपी की अत्याधुनिक मोटर
  • 4500 फीट की 8 इंची पाइपलाइन
  • स्टार्टर, केबल, वायरिंग व अन्य तकनीकी उपकरण
  • और पूरी इंस्टॉलेशन की व्यवस्था

संत रामपाल जी महाराज ने निर्देश दिया कि यह सब सामग्री नि:शुल्क दी जा रही है और ग्रामीणों से किसी भी प्रकार का योगदान या श्रमदान अनिवार्य नहीं है। साथ ही संत रामपाल जी महाराज जी ने यह सारी सामग्री स्थायी रूप से गांववासियों को सौंप दी।

गांव की प्रतिक्रिया: जब आंखों में उतर आई श्रद्धा

गांव के बुजुर्ग किसान रामफल ने बताया कि उनकी उम्मीदें सूख चुकी थीं। सरकारें आईं, अधिकारी आए, लेकिन केवल तस्वीरें खींचकर चले गए। आज पहली बार किसी ने वादा नहीं, बल्कि काम किया है। गाँव की सभी महिलाएँ भी भावुक थीं। एक बुजुर्ग महिला बोलीं “हमने तो सिर्फ पाइप मांगा था, पर सतगुरु ने तो पूरा गांव बचा लिया। यह ईश्वर का भेजा चमत्कार है।” बच्चे ट्रकों के पीछे दौड़ते रहे, युवाओं ने पाइप बिछाने में मदद की, और हर चेहरे पर नई रोशनी थी। यह दृश्य किसी उत्सव से कम नहीं था। यह एक पर्व था जिसने पूरे गाँव को जीवनदान दिया।

संत की दृष्टि: किसान ही राष्ट्र का मेरुदंड

संत रामपाल जी महाराज का सदैव यह विचार रहा है कि किसान केवल अन्नदाता नहीं, बल्कि देश की आत्मा हैं। उन्होंने अपने संदेश में भी कहा कि “यदि किसान खुशहाल नहीं होगा तो देश की आत्मा भी निर्जीव हो जाएगी। इसलिए किसान की सहायता करना ईश्वर की सेवा करने के समान है।” संत रामपाल जी महाराज ने केवल किसानों ही नहीं बल्कि सभी भूखे, बेसहारा, गरीब और परेशान लोगों की मदद काई माध्यमों से की है। 

Also Read: संत रामपाल जी महाराज द्वारा हरियाणा के महम नगर पालिका क्षेत्र में बाढ़ पीड़ित किसानों को बड़ी राहत

बीते कुछ दिनों में उन्होंने “अन्नपूर्णा मुहिम” के माध्यम से अनेकों घरों को राशन प्रदान किया और बेघर लोगों को घर भी बनाकर दिए। संत रामपाल जी महाराज भगवान के अवतार हैं। उनके इन शब्दों ने पपोसा के हर दिल में नई ऊर्जा भर दी। अब यह केवल राहत नहीं रही, बल्कि आत्मविश्वास का पुनर्जन्म बन गई।

सेवा का दायरा: जब राहत एक आंदोलन बन गई

पपोसा गांव की यह सहायता किसी एक घटना तक सीमित नहीं। संत रामपाल जी महाराज के निर्देशन में हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, जम्मो कश्मीर और गुजरात के सैकड़ों गांवों में इसी तरह की सहायता पहुंचाई जा चुकी है। हर जगह ट्रस्ट द्वारा मोटरें, पाइप, जनरेटर, दवाइयां, कपड़े और राशन वितरित किए गए हैं। कोई भेदभाव नहीं, कोई प्रचार नहीं, बस सेवा। यही वह बिंदु है जहां से उनकी कार्यशैली साधारण से असाधारण बन जाती है। उनके अनुयायी कहते हैं संत रामपाल जी महाराज ने दिखाया कि आज के युग में केवल वे ही ऐसे संत हैं जो केवल शब्दों से ही नहीं, बल्कि कर्म से उपदेश देते हैं।

परमार्थ की पराकाष्ठा: जब सेवा बन गई साधना

संत रामपाल जी महाराज की यह पहल किसी धार्मिक चमत्कार से कम नहीं थी। उन्होंने किसी से दान नहीं लिया, कोई निधि नहीं मांगी, फिर भी हजारों फिट पाइप और भारी मोटरें गाँव-गाँव पहुंचाईं। यह आर्थिक सामर्थ्य नहीं, बल्कि परमात्मा की शक्ति थी। उनकी प्रेरणा से हजारों अनुयायी विभिन्न इलाकों में सक्रिय हैं कोई सेवादार राहत सामग्री लोड कर रहा है, कोई ड्राइवर बनकर ट्रक चला रहा है, कोई खेत में मोटर लगा रहा है। यह सब करते हुए किसी के चेहरे पर अहंकार की झलक नहीं, केवल एक सादा वाक्य सुनाई देता है, हम वही कर रहे हैं जो सतगुरु ने सिखाया है, सेवा ही सच्चा धर्म है। धन्य हैं ऐसे संत जिन्होंने ऐसे समाज में ऐसे चरित्र के बच्चों का निर्माण किया है। संत रामपाल जी महाराज ने अनेकों लोगों का नशा छुटवाया, प्रेम-भाईचारे और सौहार्द्र को बढ़ावा दिया ऐसे संत ही संत शिरोमणि होते हैं।

पपोसा की नई सुबह: जब पानी के साथ लौट आई हरियाली

संत रामपाल जी महाराज जी ने गाँव को एक संदेश भी भेजा जो उनके अनुयायी ने पढ़कर सुनाया जिसके अनुसार सभी गांव वालों से निवेदन किया गया कि बाढ़ की स्थिति ने बच्चों, लोगों और पशुओं के लिए परेशानी खड़ी कर दी है। प्राकृतिक आपदाएँ कभी भी आ सकती हैं जिसमें सरकारी मदद भी पर्याप्त नहीं होती है ऐसे में धार्मिक संस्थाओं का आगे आना जरूरी है। सभी ग्रामवासियों से यह निवेदन किया गया कि परमेश्वर कबीर जी की दया से स्थायी रूप से यह मोटर और पाइप दिए गए हैं जिन्हें प्रयोग के पश्चात ज़मीन में दबा दिया जाये और भविष्य में ऐसी आपदा में प्रयोग किया जाये। 

सभी की यह जिम्मेदारी है कि समय से जल निकाल लिया जाए और फसल की बुवाई कर दी जाए अन्यथा भविष्य में ट्रस्ट की तरफ़ से कोई मदद नहीं दी जाएगी साथ ही यह भी बताया कि उनके जलमग्न खेतों की ड्रोन से वीडियो बना ली गई है तथा पानी निकालने के बाद और फसलें लहलहाने की वीडियो बनाई जाएँगी जिन्हें सभी आश्रमों में संगत को दिखाया जाएगा जिससे संगत का विश्वास दृढ़ हो। सरपंच सुरेश कुमार ने कहा- “यह केवल राहत नहीं थी, यह पुनर्जन्म था। संत रामपाल जी महाराज ने हमें केवल पाइप और मोटर नहीं दी, उन्होंने हमें आत्मविश्वास लौटाया।” 

संत ना हों संसार में तो जल मरता संसार 

संत रामपाल जी महाराज का कार्य केवल भौतिक सहायता नहीं, बल्कि समाज को आध्यात्मिक रूप से सजग करने का भी माध्यम है। वे बताते हैं कि जब मनुष्य सेवा करता है, तो वह परमात्मा से जुड़ता है। उनकी यह मान्यता है कि जब धर्म समाज के दुखों को कम करने का साधन बनता है, तभी वह सच्चा धर्म कहलाता है। और यही वह सन्देश है जो आज हरियाणा, गुजरात, राजस्थान के गांवों से पूरे भारत में गूंज रहा है। आज पपोसा गांव का एक और नाम संत रामपाल जी महाराज की हरियाणा की बाढ़ राहत की कहानी में दर्ज हो गया है। जहाँ एक समय निराशा थी, वहीं अब विश्वास है। 

जहां सहायता की उम्मीद टूट चुकी थी, वहीं अब संत रामपाल जी महाराज के नाम पर कृतज्ञता का दीप जल रहा है। पपोसा की यह कहानी केवल एक गाँव की राहत नहीं, बल्कि मानवता के पुनर्जागरण की गाथा है। संत रामपाल जी महाराज विश्व के तारणहार हैं जो दीन दुखियों का आसरा हैं। जब परमात्मा का स्वरूप धरती पर उतरता है, तो सूखी मिट्टी भी जीवन देने लगती है और डूबते लोगों को सहारा मिलता है।

Latest articles

संत रामपाल जी महाराज द्वारा हरियाणा के महम नगर पालिका क्षेत्र में बाढ़ पीड़ित किसानों को बड़ी राहत

Haryana Flood: हरियाणा के रोहतक जिले के महम नगर पालिका क्षेत्र में आई बाढ़...

धीरणवास में 1,200 एकड़ फसल बर्बाद होने से बची, संत रामपाल जी महाराज ने दिया स्थायी समाधान 

हरियाणा के हिसार जिले के धीरणवास गाँव में एक बड़ी आपदा ने लोगों की...

World Predictions for 2026: 10 Most Important Revelations About 2026 | Prophecies Decoded

Last Update on 16 November 2026 IST | World Predictions for 2026: The coming...
spot_img

More like this

संत रामपाल जी महाराज द्वारा हरियाणा के महम नगर पालिका क्षेत्र में बाढ़ पीड़ित किसानों को बड़ी राहत

Haryana Flood: हरियाणा के रोहतक जिले के महम नगर पालिका क्षेत्र में आई बाढ़...

धीरणवास में 1,200 एकड़ फसल बर्बाद होने से बची, संत रामपाल जी महाराज ने दिया स्थायी समाधान 

हरियाणा के हिसार जिले के धीरणवास गाँव में एक बड़ी आपदा ने लोगों की...

World Predictions for 2026: 10 Most Important Revelations About 2026 | Prophecies Decoded

Last Update on 16 November 2026 IST | World Predictions for 2026: The coming...