COVID 19 Vaccine Update Today Hindi: कोरोना वायरस महामारी के चलते पूरे विश्व में हजारों की संख्या में लोग अपनी जान गंवा रहे हैं वहीं विभिन्न देशों के वैज्ञानिक इसके लिए वैक्सीन और तमाम अन्य दवाएं ढूंढने में जुटे हुए हैं। आइए जानते हैं covid 19 वैक्सीन अपडेट्स।
मुख्य बिंदु
- covid 19 की तीन दवाएं उपलब्ध – Cipremi, FabiFlu, Covifor
- 3 कम्पनियों Cipla, Glenmark, Hetero द्वारा सामने लाई गई दवा।
- सरकारी और प्राइवेट दोनों माध्यमों से किया जा सकेगा वितरण।
- Panacea Biotech ने अमेरिकन कंपनी से किया टाईअप, डेवलप करेंगे इनऐक्टिवेटेड वायरस बेस्ड वैक्सीन।
COVID 19 वैक्सीन: एक नज़र
Cipla द्वारा Cipremi
सिप्ला कम्पनी के माध्यम से इंजेक्शन और पाउडर के रूप में दवा सामने लाई गई है। यह दवा covid 19 से संक्रमित, अस्पतालों में भर्ती हुए मरीजों के लिए है। दवा के मूल्य अब तक सामने नहीं लाये गए हैं। सरकारी और प्राइवेट दोनों ही माध्यमों से दवा का वितरण किया सकेगा।
Glenmark द्वारा Fabiflu
ग्लेनमार्क कम्पनी Fabiflu टैबलेट सामने लेकर आई है जिसका मूल्य 3500 रुपये प्रति 34 टैबलेट है। जापान, बांग्लादेश और UAE में पहले ही इस दवा का इस्तेमाल शुरू कर दिया गया है जिसका सकारात्मक असर देखने को मिला है। यह दवा favipiravir का जेनेरिक वर्जन है।
Hetero द्वारा Covifor
यह इंजेक्शन के लिए इस्तेमाल किये जाने वाली दवा है। साथ ही इसे घर बैठे नहीं लिया जा सकता क्योंकि चिकित्सकीय निर्देशन में इस दवा को देने के निर्देश हैं। दवा 30000/- प्रति 6 ख़ुराक उपलब्ध है। यह 100 mg मात्रा में उपलब्ध होगी। यह एंटीवायरल ड्रग Remdesivir का जेनेरिक वर्जन है।
COVID 19 Vaccine Update Today Hindi-Covid 19 medicine
कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus infection) को खत्म करने के लिए बहुत देशों में किया गया लॉकडाउन अब खत्म हो चुका है। दुनियाभर के देश अब कोविड-19 की दूसरी लहर के डर में जी रहे हैं। उनको डर है कि इसका असर शायद अब भी है। चीन और साउथ कोरिया में इस वायरस ने फिर से लोगों को तेजी से अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। यह फिर से लोगों पर हमला करना शुरू कर चुका है। भारत में कोरोना अभी अपने चरम पर नहीं पहुंचा है, इसके बावजूद यहां पर रोज करीब 10 हजार नए मामले सामने आ रहे हैं। इसका असर धीरे-धीरे बढ़ रहा है । इस महामारी से जल्द मुक्ति पाने के लिए वैक्सीन और दवा की खोज जारी है, सभी अपने-अपने अनुसार खोज करने में जुटे हुए है। साइंटिस्ट्स दिन-रात एक करने में लगे हुए हैं।
New Delhi से बड़ी खबर
भारत में लगे प्रयास के अनुसार बताया गया है कि कोरोना वायरस की एक और दवा को मंजूरी मिल गई है। ड्रग फर्म Hetero ने रविवार को कहा कि वह कोविड-19 के इलाज के लिए इनवेस्टिगेशनल ऐंटीवायरल ड्रग Remdesivir के जेनेरिक वर्जन को लॉन्च करने जा रही है। इसका मतलब है कि ये कंपनियां बहुत तेजी से प्रयास कर रही है कि जल्द से जल्द दवा की खोज पूरी हो जाये । इसके लिए कंपनी को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DGCI) से अप्रूवल मिल चुका है।
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यह दवा भारत में ‘Covifor’ के नाम से बेची जाएगी और इसको इसी नाम से जाना जाएगा । एक दिन पहले ही, ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स को कोरोना ट्रीटमेंट के लिए फेविपिराविर (favipiravir) का जेनेरिक वर्जन लॉन्च करने का अप्रूवल मिला है। इस खोज के अनुसार सभी की चिंताए दूर हो जाएगी, महामारी ने बहुत विपरीत असर डाले हैं।
ऐंटीबॉडी ड्रग्स से उम्मीद की लहर
न्यूट्रलाइजिंग ऐंटीबॉडीज दवाएं बिल्कुल नई किस्म हैं । इस पर अध्ययन भी किया जा चुका है कुछ कंपनियों के द्वारा जैसे AstraZeneca, Eli Lilly और Regeneron कंपनियों ने इस पर काम भी शुरू कर दिया है। AstraZeneca का कहना है कि उसने वैडरबिल्ड यूनिवर्सिटी से कोरोनावायरस न्यूट्रलाइजिंग ऐंटीबॉडीज का लाइसेंस लिया है। मतलब इन्होंने मंजूरी भी प्राप्त कर ली है। कंपनी इन मोनोक्लोनल ऐंटीबॉडीज को पोटेंशियल कॉम्बिनेशन थिरैपी की तरह क्लिनिकल डेवलपमेंट में लाना चाहती है। इस महामारी से बचने का मार्ग सुलभ करने की ओर कम्पनियां अग्रसर हो रही हैं।
Hetero की दवा इंजेक्शन के रूप में आएगी दवा
Covifor दवा 100mg के वायल (इंजेक्टेबल) में उपलब्ध होगी। चिकित्सकों के सुपरविजन में नसों में लगाना होगा। इसको इंसान की नस में लगाया जाएगा क्योंकि हम जानते है कि नसों से रक्त (खून ) बहता है जिससे दवा शरीर में जल्द से जल्द पहुंच कर अपना कार्य करना शुरू करेगी । कंपनी ने इस दवा के लिए अमेरिका की Gilead Sciences Inc से करार किया है ताकि कोविड-19 के इलाज का दायरा बढ़ाया जा सके। Hetero ग्रुप ऑफ कंपनीज के चेयरमैन के अनुसार कंपनी फिलहाल की जरूरत को पूरा करने के लिए जरूरी स्टॉक देने को तैयार है।
फेविपिराविर भी मार्केट में लॉन्च
COVID 19 Vaccine Update Today Hindi: ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स ने कोविड-19 के लिए फेविपिराविर को फैबिफ्लू का नाम देकर मार्केट में पहुंचाया है । 34 टैबलेट की एक स्ट्रिप 3,500 रुपये में मिलेगी यानी एक टैबलेट करीब 103 रुपये की पड़ेगी। वर्तमान में इसे प्रयोग में भी लाया जा रहा है। हालांकि इस दवा को कोविड-19 के हल्के लक्षण वाले मरीजों के इलाज की मंजूरी दी गई है। यह टैबलेट मरीज की कोशिकाओं में घुसती है और वायरल लोड को कम करने के लिए वायरस को लगातार बढ़ने से रोकती है। इससे वायरस की शक्ति कम होने लगती है जिससे वह बढ़ नहीं पाता है। इस दवा को संक्रमण के शुरुआती स्टेज में इस्तेमाल करने पर अच्छे नतीजे मिले हैं। यह दवा वायरस को कमजोर बनाने में कायम रहेगी और हो रही है।
भारतीय फर्म ने अमेरिकी कंपनी से मिलाया हाथ
नई दिल्ली की Panacea Biotech ने अमेरिका की एक अर्ली स्टेज लाइफ साइंसेज कंपनी Refana के साथ टाई अप शुरू किया है। बहुत खुशी है कि अब यह दोनों देश मिलकर इस वायरस के संकट को भगाने में सफलता प्राप्त करेंगे। दोनों कंपनियां मिलकर एक इनऐक्टिवेटेड वायरस बेस्ड वैक्सीन बनाएंगी। ट्रायल का पहला फेज सितंबर से शुरू होने की उम्मीद है। बताया जा रहा है कि अगर सबकुछ ठीक-ठाक रहा तो अगले 18 महीनों में वैक्सीन मरीजों के लिए तैयार हो जाएगी। अब आशा की किरण निकलती सी दिखाई देने लगी है।
जॉनसन एंड जॉनसन भी जुटी ट्रायल में
दवा निर्माता कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन ने अपनी कोविड-19 वैक्सीन का ट्रायल सितंबर के बजाय जुलाई से शुरू करने का फैसला किया है। मतलब बहुत तेजी से दवा की खोज की जा रही है । यह फैसला उसने वैक्सीन के प्री-क्लिनिकल डेटा को देखते हुए लिया है। सब कुछ पूरे अध्ययन के साथ किया जा रहा है। कंपनी के चीफ साइंटिफिक ऑफिसर पॉल स्टॉफेल्स के अनुसार कंपनी अपनी वैक्सीन 2021 तक बाजार में उतार सकती है।
भारत सीरम ने शुरू किया दवा का ट्रायल
मुंबई की कम्पनी भारत सीरम एंड वैक्सीन्स लिमिटेड (BSVL) अपने जेनेरिक ड्रग Ulinastatin का कोविड-19 पर ट्रायल शुरू करेगी। यह दवा सेप्सिस के इलाज लिए इस्तेमाल होती है। BSVL यह जांचेगी कि क्या इसे कोविड-19 मरीजों में एक्यूट रिस्परेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम (ARDS) के इलाज में इस्तेमाल किया जा सकता है या नहीं। कंपनी को इस दवा की क्लिनिकल स्टडी के थर्ड फेज को शुरू करने की मंजूरी मिल गई है। मंजूरी मिलने के साथ कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा जल्द से जल्द। यह दवा हल्के से सामान्य लक्षण वाले मरीजों को दी जाएगी। ट्रायल सितंबर तक पूरा होने की संभावना है।
क्या वैक्सीन कर सकेगी दूर महामारी को?
Covid 19 के इलाज की ओर पहला कदम बढ़ाया जा चुका है। लेकिन यह पर्याप्त नहीं है और न ही हर समस्या का समाधान है। ऐसी भयंकर जनहानि करने वाली महामारी पहले भी आई है जैसे हैजा और हर बार मानव वैक्सीन ढूंढने में सफल रहा है। लेकिन हमेशा नई और भयानक बीमारियां पैदा होती रही हैं। जैसे जैसे कलियुग में पापकर्म और ईश्वर से विमुखता बढ़ती गई मानव के समक्ष चुनौतियां भी बढ़ती गईं और 2020 प्राकृतिक आपदाओं, महामारी और जन-धन की हानि वाला वर्ष है जिसने बता दिया कि मानव सर्वशक्तिमान नहीं है।
कोरोना वायरस से बचाव?
सनातन धर्म के आदि से उपलब्ध वेद गवाही देते हैं की पूर्ण परमात्मा रोग नाश करके साधक को 100 वर्ष की आयु का जीवन प्रदान करते हैं (ऋग्वेद मंडल 10, सूक्त 116 मन्त्र 9 तथा यजुर्वेद अध्याय 18 मन्त्र 13)। परमात्मा पिछले पाप के नाशक हैं। नकली धर्मगुरुओं, मिथक कथाओं में यों उलझ कर रह गई भोली जनता कि आज शिक्षित होकर भी अपने धर्मग्रंथों को उठाकर देखना जरूरी नहीं समझा।
शास्त्रों की समझ और सही भक्तिविधि के लिए अवश्य देखें सन्त रामपाल जी महाराज के सत्संग क्योंकि सद्भक्ति करने वाले मानव दवाओं और मन्नत के धागों के मोहताज नहीं रहते। सतभक्ति क्या है जानने के लिए सन्त रामपाल जी महाराज के सबसे वैज्ञानिक और दिव्य आध्यात्मिक ज्ञान को जानना पहली आवश्यकता है।
जरूर जानिए जीवन का सत्य
राम नाम की औषधि, खरी (रोज) नित्य से खाये, अंग रोग व्यापे नहीं, महारोग ( जन्म-मरण) मिट जाए।
अर्थात परमात्मा के सच्चे नाम के मंत्र रूपी दवा को यदि रोज नियमित रूप से लिया जाए तो अंग (शरीर) में रोग तो कोई लगेगा ही नहीं बल्कि महारोग जन्म-मरण भी सदा के लीए खत्म हो जाएगा ! यह सत्य मंत्र केवल तत्वदर्शी ही दान करते है जिनकी खोज करना चाहिए। वर्तमान में केवल सन्त रामपाल जी महाराज जी ही तत्वदर्शी सन्त हैं।