Bihar Assembly Election 2025 Dates: चुनाव आयोग (Election Commision of India – ECI) ने 6 अक्टूबर 2025 को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की आधिकारिक समय-सारणी की घोषणा कर दी है। मतदान दो चरणों में होगा: पहला चरण 6 नवंबर और दूसरा चरण 11 नवंबर को। मतगणना और परिणाम 14 नवंबर को घोषित होंगे। यह सुनिश्चित करता है कि वर्तमान विधानसभा की अवधि 22 नवंबर से पहले समाप्त होने से पहले चुनाव संपन्न हो जाए। राज्य की कुल 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव होंगे, जिनमें 38 अनुसूचित जाति और 2 अनुसूचित जनजाति आरक्षित हैं।
Bihar Assembly Election 2025 Dates के मुख्य बिंदु
- कुल सीटें: 243 (2 ST, 38 SC आरक्षित)
- चरण: दो चरण
- मतदान की तारीख: 6,11 नवंबर, 2025
- मतगणना की तारीख: 14 नवंबर, 2025
- महत्वपूर्ण पहल: सभी बूथों पर 100% वेबकास्टिंग, ‘शुद्धिकृत’ मतदाता सूची
- आचार संहिता: घोषणा के साथ ही तत्काल प्रभाव से लागू
- अवधि: 22 नवंबर से पहले संपन्न होगा चुनाव
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदाता सूची संशोधन और चुनावी सुधार
प्रेस कॉन्फ्रेंस में, चुनाव आयोग ने बताया कि 22 वर्षों में पहली बार मतदाता सूचियों का विशेष गहन संशोधन (SIR) किया गया। इस प्रक्रिया में 3.66 लाख मृत, डुप्लिकेट या स्थानांतरण मतदाताओं के नाम हटाए गए और 21.53 लाख नए मतदाता जोड़े गए, जिसे आयोग ने “ऐतिहासिक” बताया। नागरिक अब भी आपत्ति दर्ज करा सकते हैं या अपने नाम शामिल करने का अनुरोध कर सकते हैं।
इसके अलावा, 17 प्रमुख चुनावी सुधार लागू किए गए। पहली बार ईवीएम पर उम्मीदवारों की रंगीन फोटो दिखाई जाएगी, मोबाइल जमा करने की सुविधा बूथ में दुरुपयोग को रोकने के लिए होगी और 100 प्रतिशत वेबकास्टिंग के जरिए लाइव निगरानी संभव होगी। सभी मतदान केंद्रों पर रैंप, व्हीलचेयर और अन्य बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदाता आँकड़े और पंजीकरण
बिहार में कुल 7.42 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें लगभग 3.92 करोड़ पुरुष, 3.50 करोड़ महिला और करीब 14 लाख प्रथम-वार मतदाता शामिल हैं। राज्य में 1,725 तीसरे लिंग के मतदाता भी हैं। नागरिकों की न्यूनतम आयु 1 जनवरी 2025 तक 18 वर्ष होनी चाहिए और उनके पास मतदाता पहचान पत्र (EPIC) या आधार, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस जैसी वैकल्पिक पहचान होनी चाहिए। ऑनलाइन पंजीकरण और सुधार राष्ट्रीय मतदाता सेवा पोर्टल और वोटर हेल्पलाइन ऐप के माध्यम से उपलब्ध हैं।
चुनावी रणभूमि: चरणबद्ध मतदान और नई पहल
चुनाव आयोग ने एक बार फिर स्वतंत्र, निष्पक्ष और समयबद्ध चुनाव सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। बिहार चुनाव 2025 को लेकर आयोग की 16 सदस्यीय टीम ने हाल ही में पटना का दौरा किया, जहां उन्होंने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों, पुलिस प्रशासन और नोडल अधिकारियों के साथ विस्तृत बैठकें कीं। इन बैठकों के आधार पर ही यह कार्यक्रम तैयार किया गया है।
राजनीतिक दलों, विशेषकर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और जनता दल (यूनाइटेड) (JDU) सहित अन्य ने, छठ महापर्व के तुरंत बाद चुनाव कराने का आग्रह किया था, जिसे आयोग ने स्वीकार कर लिया है। यह कदम राज्य से बाहर काम करने वाले लाखों अप्रवासी बिहारी मतदाताओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लिया गया है।
चुनाव आयोग की नई पहल
CEC ज्ञानेश कुमार ने बताया कि इस बार के चुनाव में नई पहल (New Initiatives) लागू की जा रही हैं, जिनका उद्देश्य चुनावी प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी बनाना है:

- 100% वेबकास्टिंग: बिहार के सभी 90,207 मतदान केंद्रों पर पहली बार वेबकास्टिंग की जाएगी, जिससे दिल्ली में बैठे अधिकारी भी सीधे मतदान की निगरानी कर सकेंगे। यह सुनिश्चित करेगा कि बूथ स्तर पर कोई अनियमितता न हो।
- मतदाता सूची का शुद्धिकरण (SIR): विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) प्रक्रिया के माध्यम से मतदाता सूची को ‘शुद्धिकृत’ किया गया है। 22 वर्षों में पहली बार इस स्तर पर मतदाता सूची में संशोधन किया गया, जिससे डुप्लीकेट और अयोग्य मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं।
- ईवीएम पर रंगीन तस्वीरें: ईवीएम के मतपत्रों पर उम्मीदवारों की रंगीन तस्वीरें लगाई जाएंगी, जिससे मतदाता अपने प्रत्याशी को आसानी से पहचान सकें।
- सुविधाजनक मतदाता पर्ची (VIS): मतदाता सूचना पर्ची (Voter Information Slip) को फिर से डिज़ाइन किया गया है, जिसमें बड़े क्रम संख्या और भाग संख्या होंगे, जिससे मतदाताओं के लिए पढ़ना आसान होगा।
- मतगणना में पारदर्शिता: पोस्टल बैलेट की गिनती EVM की अंतिम दो राउंड की गिनती से पहले पूरी की जाएगी, जिससे अंतिम नतीजे पर इसका कोई असर न पड़े।
- मतदान कर्मियों का मानदेय: BLO (बूथ लेवल ऑफिसर), सुपरवाइजर, पोलिंग और काउंटिंग स्टाफ का मानदेय दोगुना किया गया है।
राजनीतिक परिदृश्य: NDA बनाम महागठबंधन
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का मुकाबला मुख्य रूप से सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA), जिसमें जनता दल (यूनाइटेड), भारतीय जनता पार्टी (BJP) और अन्य दल शामिल हैं, और विपक्षी महागठबंधन (Mahagathbandhan), जिसका नेतृत्व राष्ट्रीय जनता दल (RJD) कर रहा है, के बीच होने की संभावना है।
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243 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 122 है। वर्तमान राजनीतिक समीकरणों में दोनों गठबंधनों के बीच कांटे की टक्कर है। चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही सीट बंटवारे (Seat Sharing) को अंतिम रूप देने और चुनावी घोषणापत्र जारी करने की कवायद तेज हो गई है।
प्रमुख चुनावी मुद्दे इस प्रकार हैं:
- रोजगार और पलायन: बिहार से बड़ी संख्या में युवाओं का पलायन एक गंभीर मुद्दा है। सभी दल सरकारी नौकरी और निवेश के वादे कर रहे हैं।
- भ्रष्टाचार: विभिन्न सरकारी योजनाओं में कथित भ्रष्टाचार को विपक्ष एक बड़ा मुद्दा बना रहा है।
- जातिगत राजनीति: जातिगत जनगणना की रिपोर्ट के बाद आरक्षण और सामाजिक न्याय की बहस भी इस चुनाव का केंद्र बिंदु रहेगी।
- आधारभूत संरचना: सड़कों, बिजली और स्वास्थ्य सेवाओं में हुए विकास पर सरकार वोट मांगेगी, जबकि विपक्ष शिक्षा और अस्पतालों की बदहाली को उजागर करेगा।
आचार संहिता (Model Code of Conduct) के लागू होते ही, अब किसी भी तरह की नई सरकारी घोषणाएं और उद्घाटन पर रोक लग गई है, जिससे चुनाव का माहौल पूरी तरह से राजनीतिक हो जाएगा।
वोट दें पर ये न भूलें: सत्ता परिवर्तन से नहीं, सतज्ञान से होगा बिहार का सच्चा कल्याण
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों की घोषणा एक बार फिर लोकतंत्र के उत्सव का आह्वान करती है। लोग आशा और उत्सुकता के साथ अपने नेता और सरकार का चुनाव करेंगे, यह सोचते हुए कि शायद अबकी बार उन्हें रोजगार, भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन और सच्चा विकास मिलेगा। लेकिन संत रामपाल जी महाराज का सतज्ञान हमें यह समझाता है कि केवल राजनीतिक परिवर्तन से समाज की मूल समस्याओं का स्थायी समाधान संभव नहीं है। भौतिक नेता अधिकतम 5 वर्ष तक सत्ता में रहकर कुछ हद तक सुविधाएं दे सकते हैं, लेकिन जन्म-मृत्यु के चक्र और पाप-पुण्य के बंधनों से मुक्ति का रास्ता कुछ और है।
वास्तविक शांति, स्थिर सुख और 84 लाख योनियों के दुख से छुटकारा केवल पूर्ण सतगुरु (संत रामपाल जी महाराज) से प्राप्त सच्चे नाम (सतनाम) और सत्य भक्ति से ही संभव है। जब मनुष्य सतज्ञान से अपना चरित्र शुद्ध करेगा, तभी समाज में भ्रष्टाचार और कुशासन समाप्त होगा। नेताओं का चुनाव महत्वपूर्ण है, लेकिन परमेश्वर कबीर साहेब के बताए मार्ग पर चलना ही बिहार और पूरे विश्व के लिए सच्चा और स्थायी कल्याण लाएगा। संत रामपाल जी की कल्याणकारी अन्नपूर्णा मुहिम देश विदेशों में जोरों शोरों से चल रही हैं। इस मुहिम से संबंधित जानकारी के लिए Sant Rampal Ji Maharaj YouTube Channel विजिट करें।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से संबंधित FAQs
चुनाव आयोग ने आज शाम 4 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों की घोषणा की। मतदान 6 और 11 नवंबर, 2025 को होगा और मतगणना 14 नवंबर, 2025 को होगी।
243 सदस्यीय बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर, 2025 को समाप्त हो रहा है, इसलिए चुनाव प्रक्रिया उससे पहले संपन्न होनी है।
जी हां, चुनाव आयोग द्वारा तारीखों की घोषणा के साथ ही बिहार में तत्काल प्रभाव से आचार संहिता (Model Code of Conduct) लागू हो गई है।
चुनाव आयोग ने राज्य में दो चरणों में मतदान कराने की घोषणा की है।
इस चुनाव में रोजगार, पलायन, भ्रष्टाचार, जातिगत जनगणना/आरक्षण और विकास मुख्य चुनावी मुद्दे रहने की संभावना है।