February 24, 2025

आध्यात्मिक प्रदर्शनी: सर्व शंकाओं का समाधान 

Published on

spot_img

आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में हम इतने व्यस्त हो चुके हैं कि हमारा ध्यान हमारे धर्म और संस्कृति पर बिल्कुल भी नही जाता। शास्त्रों का ज्ञान समझने के लिए शास्त्र खोल कर पढ़ना अत्यंत जरूरी है लेकिन किसी को इसकी फुर्सत नही है। ऐसी दौड़भाग भरी जिंदगी में आध्यात्मिक प्रदर्शनी एक ऐसा विकल्प है, जिसमें जाकर व्यक्ति कम समय में शास्त्रों का ज्ञान जान सकता है और तत्वज्ञान समझकर अपना कल्याण करवा सकता है। संत रामपाल जी महाराज पूरे वर्ष भर में छः बड़े समागमों का आयोजन करते हैं। इन समागमों में वृहद आध्यात्मिक प्रदर्शनी लगवाते है जिससे कम समय में अधिक ज्ञान का प्रचार प्रसार हो सके।  

जब जब धर्म की हानि होती है तब तब परमात्मा स्वयं धरती पर प्रकट होते है या फिर अपने प्रतिनिधि को अवतार रूप में भेजते है। इसी क्रम में परमात्मा कबीर ने संत रामपाल जी महाराज को सतज्ञान के प्रसार के लिए धरती पर अवतरित किया है। पूर्व में शिक्षा का अभाव था इसलिए नकली संत महंत दंत कथाओं द्वारा श्रद्धालुओं को कुछ भी बताकर मूर्ख बनाते रहे। अब अधिकांशतः श्रद्धालु  शिक्षित है इसलिए ज्ञान को विवेक के साथ ग्रहण कर रहे हैं। 

परमात्मा कौन है? वह कहां रहता है? वह कैसे मिलता है? उसकी वास्तविक पूजा की क्या विधि है? इन सभी प्रश्नों के उत्तर संत रामपाल जी महाराज पवित्र वेदों, गीता, कुरान, बाइबल तथा गुरुग्रंथ साहिब से प्रमाणित करके बताते हैं। शिक्षित होने के कारण श्रद्धालु गण समझने में देर नहीं लगाते। यही कारण है कि आज पूरे विश्व में संत रामपाल जी महाराज जी के आध्यात्मिक ज्ञान का डंका बज रहा है। टीवी चैनलों पर, सोशल मीडिया के प्रत्येक प्लेटफार्म पर संत रामपाल जी महाराज छाए हुए हैं। उनके द्वारा आयोजित समागमों में श्रद्धालु लगातार लाखों की संख्या में बढ़ रहे है, उनसे नाम दीक्षा लेकर अपना कल्याण करा रहें हैं।   

आध्यात्मिक प्रदर्शनी एक ऐसा स्थल है, जहां पर सभी धर्मों  के सद्ग्रंथों के ज्ञान पर आधारित चित्र कथाएं प्रदर्शित की जाती हैं। लोगों को देखने मात्र से ज्ञान समझ आ जाता है। चूंकि वहीं पर सभी सद्ग्रंथ जैसे गीता, वेद, पुराण, कुरान, बाइबल, सूक्ष्म वेद कबीर सागर, गुरु ग्रंथ साहिब आदि रखे होते हैं जिसे लोग स्वयं वहीं खोल कर पढ़ सकते हैं और संत रामपाल जी महाराज द्वारा दिखाए जा रहे प्रमाणों को अपने सद्ग्रंथो से मिलाकर ज्ञान पिपासा पूरी कर सकते हैं। 

संत जी के अनुयायियों से प्रश्न कर शंका समाधान कर सकते हैं। आध्यात्मिक प्रदर्शनी में कबीर परमेश्वर और संत गरीबदास जी जैसे संतों से जुड़ी जानकारियाँ भी प्राप्त होती है। उसे देखने व पढ़ने से मालूम पड़ता है कि सभी संतों ने सतज्ञान जन जन तक पहुंचाने के किए कितना संघर्ष किया। 

Read in English: Satlok Ashram’s Spiritual Exhibition: A Spectacular Display Of Divine Wisdom by Sant Rampal Ji

जो व्यक्ति आध्यात्मिक प्रदर्शनी में जाकर आध्यात्म ज्ञान समझ लेता है, उस व्यक्ति के मन में एक अलग ही लहर उठती है। जो परमात्मा का सत्संग सुनते हैं, भक्तों के विचार सुनते हैं, शास्त्रों में प्रमाण देखते हैं कि किसका ज्ञान कैसा है?  सत् भक्ति क्या है, मानव जीवन का उद्देश्य समझ में आता है। आध्यात्मिक प्रदर्शनी से लोगों के मन में जो भ्रम फैले हुएँ हैं, वो दूर होतें है।  

संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग समारोह व समागम में लगने वाली आध्यात्मिक प्रदर्शनी में जाकर सैकड़ों नास्तिक लोगों ने भी संत रामपाल जी महाराज जी का ज्ञान स्वीकार किया, क्योंकि उनके हर प्रश्न हर शंका का जवाब उस आध्यात्मिक प्रदर्शनी में दिया गया है।

अधिकांशतः नए भक्त इतना उत्साहित हो जाते हैं कि वे वहीं संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेकर अपना मनुष्य जीवन के ध्येय को पूरा करते हैं।   

84 लाख योनियो में एक मात्र मनुष्य जन्म ही ऐसा है जिस में हम परमात्मा की सत् भक्ति करके इस जन्म-मृत्यु के चक्कर से पीछा छुड़ा सकते हैं। इन सभी बातों की जानकारी को जानने के लिए आध्यात्मिक ज्ञान की जरूरत है.

यथार्थ आध्यात्मिक ज्ञान सिर्फ तत्वदर्शी संत ही बता सकता है। गीता अध्याय 15 श्लोक 1 में तत्वदर्शी संत की पहचान बताई है कि ऊपर को जड़ व नीचे को शाखा वाला उल्टा लटका हुआ संसार रूपी वृक्ष है, जिसके प्रत्येक विभागों को जो जानता है, वह वेद के तात्पर्य को जानने वाला अर्थात् तत्वदर्शी संत है। 

संत रामपाल जी महाराज अवतरण दिवस 2024 समारोह 6 सितंबर 2024 से 8 सितंबर 2024 तक आयोजित किया जाएगा। इन तीन दिनों के दौरान, विभिन्न आश्रमों में संत गरीबदास जी के “अमर ग्रंथ” का अखंड पाठ किया जाएगा।

वर्तमान समय में संत रामपाल जी महाराज जी के निम्न आश्रमों में आध्यात्मिक प्रदर्शनी लगाई जा रही है -: 

  • सतलोक आश्रम शामली (उत्तरप्रदेश)
  • सतलोक आश्रम धनाना , सोनीपत (हरियाणा)
  • सतलोक आश्रम भिवानी (हरियाणा)
  • सतलोक आश्रम कुरुक्षेत्र (हरियाणा)
  • सतलोक आश्रम ख़मानो (पंजाब)
  • सतलोक आश्रम धुरी (पंजाब)
  • सतलोक आश्रम सोजत , पाली (राजस्थान)
  • सतलोक आश्रम बैतूल (मध्य प्रदेश)
  • सतलोक आश्रम इंदौर (मध्य प्रदेश)
  • सतलोक आश्रम धनुषा (नेपाल)

इन सभी आश्रमों में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सर्व सुविधाएं व नाम–दीक्षा की निःशुल्क व्यवस्था की गई है। अपने नज़दीकी नामदान केंद्र या आश्रम की जानकारी प्राप्त करने के लिए संपर्क करे:– 8222880542 ।

 1. आध्यात्मिक प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य क्या है?

  आध्यात्मिक प्रदर्शनी का उद्देश्य शास्त्रों के गूढ़ ज्ञान का प्रचार-प्रसार करना और लोगों की सभी आध्यात्मिक शंकाओं का समाधान करना है। यह एक ऐसा मंच है जहाँ व्यक्ति विभिन्न धार्मिक ग्रंथों पर आधारित चित्र कथाओं के माध्यम से तत्वज्ञान समझ सकते हैं।

 2. संत रामपाल जी महाराज कौन हैं?

   संत रामपाल जी महाराज एक आध्यात्मिक गुरु हैं जो पवित्र शास्त्रों के अनुसार सत्य भक्ति का मार्ग दिखाते हैं। वे पूर्ण परमात्मा की सच्ची भक्ति की विधि और मानव जीवन के उद्देश्य को स्पष्ट करते हैं।

 3. आध्यात्मिक प्रदर्शनी में क्या-क्या देखने को मिलेगा?

   आध्यात्मिक प्रदर्शनी में आपको विभिन्न धर्मों के पवित्र ग्रंथों के आधार पर बनाई गई चित्र कथाएँ देखने को मिलेंगी। आप इन चित्रों और प्रमाणित शास्त्रों के माध्यम से सतज्ञान प्राप्त कर सकते हैं।

 4. क्या आध्यात्मिक प्रदर्शनी में भाग लेने के लिए कोई शुल्क देना होगा?

   नहीं, आध्यात्मिक प्रदर्शनी में भाग लेने के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाता। सभी सुविधाएं, जैसे भंडारा भोजन, नामदीक्षा इत्यादि सतलोक आश्रमों में निःशुल्क प्रदान की जाती हैं।

 5. नाम दीक्षा कैसे प्राप्त की जा सकती है?

   आप आध्यात्मिक प्रदर्शनी के दौरान किसी भी सतलोक आश्रम में जाकर संत रामपाल जी महाराज से निःशुल्क नाम दीक्षा प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए आपको सतलोक आश्रम या नामदान केंद्रों पर जाना होगा।

 6. आध्यात्मिक प्रदर्शनी कहां और कब आयोजित की जा रही है?

आध्यात्मिक प्रदर्शनी 6 सितंबर 2024 से 8 सितंबर 2024 तक विभिन्न सतलोक आश्रमों में आयोजित की जाएगी। प्रमुख स्थानों में सतलोक आश्रम शामली (उत्तरप्रदेश), धनाना (हरियाणा), भिवानी (हरियाणा) आदि शामिल हैं।
इन प्रश्नों के अलावा अगर आपके पास कोई अन्य शंका या प्रश्न हैं, तो आप संपर्क कर सकते हैं: 8222880542।

निम्न सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर हमारे साथ जुड़िए

WhatsApp ChannelFollow
Telegram Follow
YoutubeSubscribe
Google NewsFollow

Latest articles

महाशिवरात्रि 2025 [Hindi]: क्या Mahashivratri पर व्रत करने से मुक्ति संभव है?

Last Updated on 23 Feb 2025 IST: Mahashivratri Puja Vrat in Hindi (महाशिवरात्रि 2025...

Maha Shivratri Puja 2025: Path to Salvation or mere Ritual?

Last Updated on 23 Feb 2025 IST: Maha Shivratri 2025 Puja: India is a...

World Peace and Understanding Day 2025: A Call for Global Harmony and Collective Responsibility

World Peace and Understanding Day 2025: The day is celebrated to restore the lost...

International Mother Language Day 2025: What Is the Ultimate Language of Unity? 

Last Updated on 20 February 2025 IST: International Mother Language Day: Every year on...
spot_img

More like this

महाशिवरात्रि 2025 [Hindi]: क्या Mahashivratri पर व्रत करने से मुक्ति संभव है?

Last Updated on 23 Feb 2025 IST: Mahashivratri Puja Vrat in Hindi (महाशिवरात्रि 2025...

Maha Shivratri Puja 2025: Path to Salvation or mere Ritual?

Last Updated on 23 Feb 2025 IST: Maha Shivratri 2025 Puja: India is a...

World Peace and Understanding Day 2025: A Call for Global Harmony and Collective Responsibility

World Peace and Understanding Day 2025: The day is celebrated to restore the lost...