केंद्र सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के लिए यूनिफाइड पेंशन स्कीम (Unified Pension Scheme) की घोषणा की है। इस योजना के तहत कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद एक सुनिश्चित पेंशन मिलेगी, जिससे उनके भविष्य को सुरक्षित किया जा सकेगा। केंद्रीय कैबिनेट ने इस योजना को मंजूरी दी है, इस कारण सरकारी कर्मचारियों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई है। इस लेख में जानिए इस योजना के लाभ, महंगाई भत्ता, राहत और पारिवारिक पेंशन के बारे में।
Unified Pension Scheme (UPS) के मुख्यबिंदु
- यूनिफाइड पेंशन स्कीम : यह सरकारी कर्मचारियों के लिए एक नई पेंशन योजना है जो न्यूनतम 10 वर्ष की अवधि की सेवा व अंतिम आहरित वेतन के आधार पर, उनके रिटायरमेंट के बाद सुनिश्चित पेंशन की गारंटी देती है।
- पेंशन का निर्धारण : इस योजना के तहत न्यूनतम 10 वर्षों की सेवा के बाद न्यूनतम पेंशन राशि 10,000 रुपये प्रति माह होगी। अगर किसी सरकारी कर्मचारी ने 25 साल या उससे अधिक अवधि तक काम किया है, तो रिटायरमेंट से पहले नौकरी के आखिरी 12 महीनों के एवरेज बेसिक वेतन का 50 फीसदी पेंशन के रूप में मिलेगा।
- सेवा की अवधि पर पेंशन : 25 साल या उससे अधिक अवधि की सेवा पूरी करने वाले कर्मचारियों को पूरा लाभ मिलेगा, जबकि 10-25 साल की सेवा वाले कर्मचारियों के लिए पेंशन समानुपातिक आधार पर तय की जाएगी।
- पारिवारिक पेंशन : पेंशनभोगी की मृत्यु के बाद उसकी पत्नी को पारिवारिक पेंशन का 60% मिलेगा।
- महंगाई राहत : पेंशन में महंगाई राहत (Dearness Relief) का प्रावधान है, जो AICPI-IW पर आधारित होगी।
- न्यूनतम पेंशन राशि : न्यूनतम पेंशन राशि 10,000 रुपये प्रति माह तय की गई है।
- योजना का कार्यान्वयन : यह योजना 1 अप्रैल 2025 से लागू होगी और NPS के तहत 31 मार्च 2025 तक रिटायर होने वाले कर्मचारियों को भी इसका लाभ मिलेगा।
- योजना का उद्देश्य : इस योजना का उद्देश्य सरकारी कर्मचारियों और उनके परिवारों को वित्तीय सुरक्षा और स्थिरता प्रदान करना है।
Unified Pension Scheme: यूनिफाइड पेंशन स्कीम क्या है?
यूनिफाइड पेंशन स्कीम केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों के लिए एक नई पेंशन योजना है जो उनके रिटायरमेंट के बाद सुनिश्चित पेंशन की गारंटी देती है। इस योजना के तहत, न्यूनतम 10 वर्षों की सेवा के बाद न्यूनतम 10,000 रुपये प्रति माह, 25 या उससे अधिक वर्षों की सेवा पूरी करने वाले कर्मचारी को रिटायरमेंट से पहले 12 महीनों के एवरेज बेसिक वेतन का 50% एश्योर्ड पेंशन के रूप में मिलेगा। इस प्रकार 25 या उससे अधिक वर्षों की सेवा पूरी की करने वाले कर्मचारी को इस पेंशन का पूरा लाभ मिलेगा।
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सेवा-निवृत्ति पर ग्रैच्युटी के अतिरिक्त एकमुश्त भुगतान का और पारिवारिक पेंशन का भी प्रावधान है। यह योजना वर्तमान और नए नियुक्त दोनों कर्मचारियों के लिए है। इसके तहत कर्मचारी NPS से इसमें स्विच भी कर सकते हैं।
पारिवारिक पेंशन की व्यवस्था
यदि किसी पेंशनभोगी की मृत्यु हो जाती है तो उसकी पत्नी को पारिवारिक पेंशन का 60% मिलेगा। यह प्रावधान कर्मचारियों के परिवारों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करेगा और उनके जीवन स्तर को बनाए रखने में मदद करेगा।
पेंशन की न्यूनतम राशि
न्यूनतम 10 वर्षों की सेवा के बाद, यूनिफाइड पेंशन स्कीम के तहत पेंशन की न्यूनतम राशि 10,000 रुपये प्रति माह तय की गई है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि कर्मचारियों को किसी भी स्थिति में एक न्यूनतम आय मिलती रहे।
महंगाई से राहत का प्रावधान
इस योजना में महंगाई से निपटने के लिए महंगाई राहत (Dearness Relief) का प्रावधान भी किया गया है। यह राहत ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स फॉर इंडस्ट्रियल वर्कर्स (AICPI-IW) पर आधारित होगी, जिससे पेंशनभोगियों को महंगाई के प्रभाव से बचाया जा सकेगा।
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Unified Pension Scheme: सेवा के आधार पर पेंशन
अगर किसी कर्मचारी की सेवा 25 साल से कम है और 10 साल से अधिक है, तो पेंशन की राशि समानुपातिक आधार पर तय की जाएगी। इससे यह सुनिश्चित होगा कि सभी कर्मचारियों को उनकी सेवा के अनुसार उचित पेंशन मिले। लंबी सेवा और उच्च वेतन यानि ज़्यादा पेंशन।
योजना की शुरुआत कब होगी?
यह योजना 1 अप्रैल 2025 से लागू होगी। उन सभी कर्मचारियों को भी इसका लाभ मिलेगा जो 31 मार्च 2025 तक NPS के तहत रिटायर हो रहे हैं। वे भी बकाया राशि के पात्र होंगे, जिससे उन्हें योजना का पूरा लाभ मिल सकेगा। यद्यपि यह योजना केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए है, राज्य सरकारें भी अपने कर्मचारियों के लिए यह योजना लागू कर सकती हैं। महाराष्ट्र इस योजना को लागू करने वाला पहला राज्य बन गया।
Unified Pension Scheme: योजना का निष्कर्ष
यूनिफाइड पेंशन स्कीम केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण और स्वागत योग्य कदम है। यह योजना न केवल उनके रिटायरमेंट के बाद की जिंदगी को सुरक्षित करेगी, बल्कि उनके परिवारों को भी वित्तीय सुरक्षा प्रदान करेगी। यह योजना सरकार द्वारा केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों को प्रदत्त एक बड़ी राहत है।