Lakhimpur Kheri Violence News Update: सोमवार को, ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया गया, जिसमें विरोध कर रहे किसानों के एक समूह को एक एसयूवी से कुचलते हुए दिखाया गया है। इस घटना में चार किसानों की मौत हो गई और बाद के विरोध प्रदर्शनों में चार अन्य की मौत हो गई। उत्तरप्रदेश के लखीमपुरी खीरी में हुई हिंसा और मौतों को लेकर बीजेपी में बेचैनी है। जबकि कुछ नेताओं का सुझाव है कि यह एक “पूर्व नियोजित साजिश” थी और “खालिस्तानी लिंक” के कारण ऐसा हुआ, अन्य ने स्थिति से निपटने के लिए नेतृत्व पर नाराजगी व्यक्त की है। विस्तारपूर्वक जानकारी प्राप्त करने के लिए कृपया पूरा लेख पढ़ें।
लखीमपुर खीरी हिंसा प्रदर्शन: मुख्य बिंदू
- लखीमपुर खीरी में 4 किसानों की एक एसयूवी से कुचलकर हो गई मौत।
- प्रदर्शन के दौरान अन्य 5 लोगों के मरने की भी खबर सामने आई है।
- घायलों को 10 लाख और मृतकों को 45 लाख का मुआवजा देगी सरकार।
- सुप्रीम कोर्ट ने घटना पर शोक जताते हुए कहा ऐसी घटनाओं की जिम्मेदारी कोई नही लेता।
- यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को किया गया नजरबंद।
- कांग्रेसी नेता प्रियंका गांधी, और दीपेंद्र हुडा समेत कई नेताओं को हिरासत में लिया गया।
- संयुक्त किसान मोर्चा ने घटना को लेकर पूरे देश भर में किया विरोध प्रदर्शन।
- सतभक्ति से हिंसा प्रदर्शनों को सदा के लिए रोका जा सकता है।
लखीमपुर खीरी हिंसा प्रदर्शन: क्या है मामला?
Lakhimpur Kheri Violence News Update: ट्विटर पर पोस्ट किए गए वीडियो में वाहन की गति से पहले एक व्यक्ति को बोनट के ऊपर फेंक दिया जाता है और फिर सड़क के किनारे लाशें बिखर जाती हैं दिखाया गया है। काफिले में अन्य कारें भी चलती हैं। इस हिंसा में कुल आठ लोगों की मौत हो गई जिनमें से चार किसान थे। प्रदर्शनकारियों ने दावा किया है कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे के काफिले की एक कार प्रदर्शनकारियों से जा टकराई, जो केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर लौट रहे थे।
Lakhimpur Kheri Violence पर सुप्रीम कोर्ट का बयान
सर्वोच्च अदालत ने अपने अवलोकन में कहा, “जब ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं होती हैं तो कोई भी इसकी जिम्मेदारी नहीं लेता है।” यह किसान महापंचायत द्वारा दायर एक याचिका पर सुनवाई में कहा था जिसमें दिल्ली के जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन (जिसे वह सत्याग्रह कहते है) करने की अनुमति मांगी गई थी।
केंद्र की ओर से पेश अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कहा कि लखीमपुर खीरी जैसी घटनाओं को रोकने के लिए आगे कोई विरोध प्रदर्शन नहीं होना चाहिए। वेणुगोपाल ने रविवार की हिंसा पर भी खेद व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं नहीं होनी चाहिए। विरोध प्रदर्शन बंद होना चाहिए।” इस बीच, शीर्ष अदालत ने कहा कि वह इस बात की जांच करेगी कि क्या संवैधानिक अदालत का रुख करने वाले व्यक्ति/पार्टी को भी इसी मुद्दे के खिलाफ विरोध करने की अनुमति दी जानी चाहिए और मामले की सुनवाई 21 अक्टूबर को तय की गई है।
मृतकों के परिवार को सरकार देगी मुआवजा, हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज मामले की करेंगे जांच
राज्य सरकार ने मृतकों के परिवारों को 45 लाख रुपये देने की घोषणा की है। वहीं घायलों को 10 लाख रुपये देने की घोषणा की गई है। इसके अलावा मृतकों के घर के एक सदस्य को योग्यता के आधार पर नौकरी देने का भी ऐलान किया गया है। इसके अलावा, एक वरिष्ठ न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक न्यायिक समिति इस घटना की जांच करेगी।
Lakhimpur Kheri Violence News Update: अजय मिश्रा के बेटे के खिलाफ एफआईआर
पुलिस ने सोमवार को लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष के खिलाफ हत्या के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की, जो कथित तौर पर एक वाहन चला रहा था। अजय मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा उर्फ़ मोनू के खिलाफ दुर्घटना करने, गैर इरादतन हत्या, और बलवा की धाराओं में मामला दर्ज करवाया गया।
एफआईआर में आशीष मिश्रा उर्फ मोनू और अजय मिश्रा उर्फ टेनी का भी नाम शामिल किया गया है। धारा 120 बी के तहत दर्ज केस में आपराधिक षड्यंत्र करने का भी आरोप लगाया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव नजरबंद
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को नजरबंद कर दिया गया है। इसे लेकर उन्नाव एसपी के कर्मचारी आक्रोशित हो गए। सपा जिलाध्यक्ष समेत कई दिग्गज नेताओं ने बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं के साथ सड़कों पर उतरकर लखीमपुर खीरी में हुई घटना की निंदा करते हुए धरना शुरू कर दिया और नारेबाजी भी की। इस मौके पर पुलिस प्रशासन के अलावा जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद थे।
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Lakhimpur Kheri Violence News Update: प्रियंका गांधी, दीपेंद्र हुडा और अन्य हिरासत में
जिले में धारा 144 लागू है और राजनीतिक नेताओं को वहां जाने से रोक दिया गया है; कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी, दीपेंद्र हुडा, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और कई अन्य नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया जब उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया या हिंसा प्रभावित जिले का दौरा करने का प्रयास किया।
युवा कांग्रेस का कैंडल मार्च
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में मारे गए चार किसानों के सम्मान में कांग्रेस युवा विंग ने सोमवार को कैंडल मार्च निकाला। इससे पहले भारतीय युवा कांग्रेस के सदस्यों ने घटना के विरोध में उत्तर प्रदेश भवन के सामने भाजपा विरोधी नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया था।
Lakhimpur Kheri Violence News Update: इंटरनेट पर लगाया गया प्रतिबंध
अधिकारियों के अनुसार, लखीमपुर जिले के कुछ हिस्सों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है, जहां दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत प्रतिबंध लगाए गए हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा का पूरे देश में प्रदर्शन
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने दावा करते हुए कहा कि लखीमपुर खीरी में हुई हिंसक झड़पों पर अपना आक्रोश व्यक्त करने के लिए देश भर में किसानों के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन आयोजित किए गए थे।
सतभक्ति से सदा के लिए रोकी जा सकती है हिंसा
जब कभी भी मानव समाज में परिस्थिति बेकाबू हो जाती है तब तब ही मानव ईश्वर और अध्यात्म मार्ग की और अग्रसर होता है। अपने हाथो से परिस्थिति को नहीं संभालने के बाद ही मानव को ईश्वर की याद आती है। वर्तमान समय में देश दुनिया में दिन प्रतिदिन हिंसा के मामले बढ़ते ही जा रहे है। इनको सदा के लिए रोकने का केवल एक ही उपाय इस पूरे विश्व में है। पूर्ण परमात्मा सर्वशक्तिमान है, वे जो चाहे वो कर सकते है। पूर्ण परमात्मा की सतभक्ति करने से उनकी कृपा प्राप्त की जा सकती है। उनकी कृपा से ही पूरे विश्व को हिंसा के मामलो से निजात मिल सकती है।
पूर्ण परमात्मा सतगुरु रूप में अहिंसा पूर्वक करते है अधर्म का नाश।
जब जब पृथ्वी पर अधर्म और पाप की वृद्धि होती है। जब जब कृतघनी और पापी लोग समाज में हिंसा, अत्याचार और शोषण बढ़ाते है। तब तब पूर्ण परमात्मा अपने विधान अनुसार सतगुरु की भूमिका निभाने के लिए संसार में आते है। वे संसार को सत्य आध्यात्मिक ज्ञान देकर अहिंसापूर्वक अधर्म का नाश करते हैं।
पूरे विश्व के प्राणी को अपनी शरण में लेकर धर्म की स्थापना करते है। समाज में व्याप्त बुराइयों को जड़मूल से समाप्त कर समाज में शांति स्थापित करते है।
संत रामपाल जी महाराज पूरे विश्व में शांति स्थापित करेंगे
वर्तमान समय में पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी जगतगुरू तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी के रूप में पृथ्वी पर अवतरित हुए है। संत रामपाल जी महाराज पूरे विश्व में इकलौते सतगुरु है जिनके पास संपूर्ण आध्यात्मिक ज्ञान और मोक्ष की विधि है। संत रामपाल जी महाराज ही वे अधिकारी संत है जिन्हे तारक मंत्र (सतनाम, सरनाम) प्रदान करने का अधिकार है।
संत रामपाल जी महाराज ने समाज में व्याप्त समस्त बुराइओ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी द्वारा यह समय निर्धारित किया गया था जिसके दौरान पूरे विश्व में आपसी भाईचारा और शांति स्थापित होगी। कलयुग में पुनः सतयुग जैसा माहौल स्थापित होगा और संसार के सभी प्राणी संत रामपाल जी महाराज से दीक्षा लेंगे। पृथ्वी स्वर्ग समान बनेगी और पूरे विश्व में संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में शांति स्थापित की जायेगी।