Gujarat Flood Relief by Saint Rampal Ji Maharaj: गुजरात राज्य के बनासकांठा जिले का एक छोटा-सा गाँव कुंडालिया, हाल ही में आई भारी बारिश और बाढ़ से पूरी तरह प्रभावित हो गया था। खेतों में पानी भर जाने से फसलें सड़ गईं, पशुओं के लिए चारे की कमी हो गई और कई घर पानी में घिरकर रहने योग्य नहीं रहे। गाँव का सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। ग्रामीण प्रशासन और सरकारी सहायता का इंतजार करते रहे, लेकिन राहत नहीं मिली।
संत रामपाल जी महाराज से गाँव की सहायता प्रार्थना
Gujarat Flood Relief by Saint Rampal Ji Maharaj: ग्राम पंचायत की पहल और गाँव के सरपंच और ग्रामीणों ने बाढ़ की समस्या के समाधान के लिए संत रामपाल जी महाराज जी को प्रार्थना पत्र लिखा था। उस पत्र में बताया गया था कि आसपास के 10 से 12 गाँवों का बरसाती पानी कुंडालिया के पास स्थित तालाब में इकट्ठा हो जाता है, जिससे हर वर्ष खेतों और घरों में जलभराव होता है।

इसी कठिन समय में संत रामपाल जी महाराज जी ने आगे बढ़कर इस गाँव के लिए मदद का हाथ बढ़ाया। उन्होंने अपने अनुयायियों के माध्यम से कुंडालिया गाँव में 12 इंच चौड़े, 20 फीट लंबे कुल 220 पाइप, साथ ही 8 किलो फेविकोल सॉल्यूशन और 1.2 लीटर सबमर्सिबल सॉल्यूशन भेजे। इन सामग्रियों की सहायता से गाँव में स्थायी जल निकासी व्यवस्था का कार्य शुरू हो गया है। संत रामपाल जी महाराज जी का यह कदम केवल राहत नहीं, बल्कि सेवा की अद्भुत मिसाल है। सरपंच के अनुसार, लगभग 1000 एकड़ से अधिक कृषि भूमि हर वर्ष डूब जाती है, और 90 प्रतिशत फसलें नष्ट हो जाती हैं। यही नहीं, स्कूलों और स्वास्थ्य केंद्रों में भी पानी भर जाने से बच्चों की पढ़ाई और चिकित्सा सेवाएं ठप पड़ जाती हैं।
संत रामपाल जी महाराज का त्वरित निर्णय
Gujarat Flood Relief by Saint Rampal Ji Maharaj: ग्राम पंचायत की अर्जी मिलते ही संत रामपाल जी महाराज जी ने तत्काल आदेश जारी किए कि गाँव को हर संभव मदद दी जाए। उनके निर्देश के बाद अनुयायी कार्यकर्ताओं ने रोशन पाइप इंडस्ट्रीज से उच्च गुणवत्ता की पाइपें खरीदीं। ये सभी आईएसआई मार्क वाले पाइप हैं, जिनका प्रत्येक टुकड़ा लगभग 65 किलो वजनी है और 15 एमएम की मोटाई रखता है। फैक्ट्री प्रबंधन के अनुसार, पिछले 5 वर्षों से इस ग्रेड की पाइप पर एक भी शिकायत नहीं आई। कुल चार ट्रकों में भरकर यह सामग्री गाँव की ओर रवाना की गई। यह कितना सराहनीय है और दुर्लभ है कि यथाशीघ्र और उच्च गुणवत्ता का सामान संत रामपाल जी महाराज ने निशुल्क और सेवार्थ प्रदान किया है।
कुंडलिया गाँव के मुख्य हाइवेके पीछे ही काफ़ी सारा पानी भरा हुआ था और यह स्थिति तब थी जब उस क्षेत्र में १५-२० दिनों से वर्षा नहीं हुई थी।इसके बावजूद पानी इतना भरा हुआ था। पानी बहुत गहरा भरा हुआ था और रोड के ऊपर ही एक डेढ़ फीट ऊपर तक पानी भरा हुआ था। स्थिति अत्यंत गंभीर थी। पानी तालाब की तरह गाँव में भर गया था। ड्रोन के फुटेज से स्थिति भयावह नज़र आ रही थी।
कुंडालिया गाँव पहुँची राहत सामग्री और हुआ पचास वर्षों पुरानी समस्या का स्थायी समाधान
Gujarat Flood: कुछ ही समय में ये सभी चार ट्रक कुंडालिया गाँव पहुँच गए। गाँव में पहुंचते ही संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों ने मंगलाचरण के साथ सेवा कार्य की शुरुआत की। ट्रकों से पाइप उतारे गए और ग्रामीणों ने सामूहिक सहयोग से उन्हें सुरक्षित स्थानों पर रखवाया। इस मौके पर सरपंच ने बताया कि,- “हमें जो पाइप मिले हैं, उनसे हमारा गाँव स्थायी रूप से बाढ़ मुक्त हो जाएगा। हर बरसात में हमारे खेत डूब जाते थे, लेकिन अब यह समस्या खत्म हो जाएगी।”
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इन 12 इंची पाइपों को भूमिगत (अंडरग्राउंड) रूप में लगाया जा रहा है। इन पाइपों के माध्यम से गाँव और खेतों में भरा पानी सीधे रण क्षेत्र की ओर बहा दिया जाएगा, जिससे गाँव पूरी तरह सूखा और सुरक्षित रहेगा। संत रामपाल जी महाराज के निर्देशानुसार यह योजना केवल तत्काल राहत नहीं, बल्कि भविष्य की बाढ़ों से स्थायी सुरक्षा के लिए तैयार की गई है।
सरपंच की स्वीकारोक्ति “आज मेरी सोच बदल गई”
Gujarat Flood Relief by Saint Rampal Ji Maharaj: कुंडालिया गाँव के सरपंच ने एक भावनात्मक बयान में कहा कि जब पहले संत रामपाल जी महाराज जी का सत्संग उनके गाँव में आयोजित होने वाला था, तब उन्होंने इसका विरोध किया था। लेकिन जब उन्होंने महाराज जी की सेवा भावना और सहायता कार्यों को देखा, तो उनका दृष्टिकोण पूरी तरह बदल गया। उन्होंने कहा कि, “पहले मैंने विरोध किया था, पर आज मैं समझ गया हूं कि यह कोई साधारण संत नहीं, बल्कि मानवता के मसीहा हैं” गाँव के लोगों ने भी संत रामपाल जी महाराज जी और उनके शिष्यों के प्रति आभार और सम्मान व्यक्त किया।
ग्राम पंचायत को मिला विशेष निवेदन पत्र
संत रामपाल जी महाराज जी की ओर से गाँव की पंचायत को एक विशेष निवेदन पत्र भेजा गया, जिसमें लिखा था कि “यदि दी गई सामग्री से समय पर पानी नहीं निकाला गया और फसल की बिजाई नहीं हुई, तो भविष्य में किसी भी प्रकार की सहायता नहीं दी जाएगी। यह आपके स्वयं के प्रयासों पर निर्भर करेगा कि गाँव को बाढ़ से मुक्त किया जा सके।” पत्र में यह भी कहा गया कि पानी निकालने के बाद और फसल उगने पर तीन चरणों में वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी, पानी भरे हुए गाँव की स्थिति, पानी निकाले जाने के बाद की स्थिति, फसल लहलहाते खेतों की स्थिति। इन वीडियो को सतलोक आश्रम में दिखाया जाएगा ताकि संगत को पता चल सके कि दान और सेवा का सदुपयोग कैसे हुआ।
संत रामपाल जी महाराज की कृषि संवेदना
Gujarat Flood: संत रामपाल जी महाराज जी स्वयं किसान परिवार से हैं, इसलिए वे किसानों के दर्द और संघर्ष को भलीभांति समझते हैं। उन्होंने कहा है कि किसान का दुःख मेरा अपना दुःख है। जो खेतों में पानी निकालकर किसानों को फिर से जीवन प्रदान करता है, वही सच्चा भक्त है। उनकी इसी भावना के कारण न केवल कुंडालिया गाँव, बल्कि हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के कई गाँवों में भी बाढ़ग्रस्त इलाकों से पानी निकाला जा चुका है।यह कार्य सामान्य व्यक्ति के वश का नहीं है यह तो संत रामपाल जी महाराज जैसे किसी समर्थ संत द्वारा ही किया जा सकता है।
ग्रामवासियों की प्रतिक्रियाएँ
Gujarat Flood Relief by Saint Rampal Ji Maharaj: गाँव के उपसरपंच पटेल मानसिंह भाई ने कहा कि संत रामपाल जी महाराज जी ने जो 220 पाइप और सॉल्यूशन भेजे हैं, उससे हम गाँव का पानी पूरी तरह निकाल पाएंगे। अब हर साल बाढ़ नहीं आएगी। यह हमारे लिए वरदान है। एक अन्य ग्रामीण ने कहा कि सरकार ने हमें कभी ऐसी मदद नहीं दी। यह काम तो स्वयं ईश्वर का ही हो सकता है। हम सदैव आभारी रहेंगे।और वास्तव में संत रामपाल जी महाराज ने अन्नपूर्णा मुहिम के तहत जो कार्य अनगिनत लोगों और गांवों के लिए किया है वह स्वयं परमात्मा कर सकते हैं।
कुंडालिया गाँव प्रत्यक्ष उदाहरण है कि जो काम सरकारें नहीं कर सकीं वो काम संत रामपाल जी महाराज ने कर दिखाया है। इस गाँव के किसान लंबे समय से बाढ़ से पीड़ित थे किंतु अब उन्हें स्थायी समाधान मिला है। संत रामपाल जी महाराज जी के अनुयायियों ने जिस समर्पण और तत्परता से इस कार्य को अंजाम दिया, वह भगवान की कृपा का उदाहरण प्रदान करता है।
भविष्य की ओर नई उम्मीद
अब कुंडालिया गाँव के लोग राहत की सांस ले रहे हैं। खेतों में पानी निकालने का कार्य तेजी से चल रहा है और कुछ ही हफ्तों में किसान नई फसल की बुवाई शुरू करेंगे। ग्रामवासियों का विश्वास है कि अब उनका गाँव कभी भी जलभराव से नहीं जूझेगा। संत रामपाल जी महाराज जी की सेवा ने उन्हें यह भरोसा दिलाया है कि सच्चा संत वही है जो जीवन में प्रकाश और समाज में राहत लाए। कुंडालिया गाँव में जो परिवर्तन हुआ है, वह केवल एक तकनीकी समाधान नहीं, बल्कि मानवता के पुनर्जागरण की कहानी है।
जहां सरकारें असफल रहीं, वहां एक संत ने आगे बढ़कर सैकड़ों किसानों को नई जिंदगी दी। संत रामपाल जी महाराज का समाज सदा ऋणी रहेगा। इस तरह लाखों करोड़ों खुले हाथों से सेवा में खर्च करना साधारण संत नहीं बल्कि स्वयं परमात्मा ही कर सकते हैं।



